नई दिल्ली/गाजियाबादः जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय को एंबुलेंस संचालकों द्वारा मनमाने पैसे वसूलने की एक शिकायत मिली, जिसका संज्ञान लेकर जिलाधिकारी ने खालिद अंजुम (ACM-1) को निर्देशित किया कि वह आम नागरिक बनकर पड़ताल करें. जिलाधिकारी के निर्देश पर खालिद अंजुम ने शिकायत के संबंध में जांच शुरू की.
इस दौरान उन्होंने यादव एंबुलेंस सर्विस और साईं एंबुलेंस सर्विस को फोन कर एक मरीज को अस्पताल ले जाने के लिए किराया पूछा, तो दोनों ने ही निर्धारित शुल्क से अधिक मांगा. इस पर खालिद अंजुम ने किराया तय कर उन्हें बुलाया और मौके पर गिरफ्तार कराकर जेल भेज दिया. साथ ही दोनों एंबुलेंस को सीज करने की कार्रवाई भी की गई.
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होगी कठोर कार्रवाई
इस बाबत जिलाधिकारी ने बताया कि अगर किसी भी एंबुलेंस संचालक द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक वसूला जाएगा, तो उसके ऊपर इस तरह की कठोर कार्रवाई की जाएगी. जिला प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि जब कोरोना वायरस की दूसरी लहर की शुरुआत हुई थी तब एंबुलेंस संचालकों द्वारा कई गुना पैसे वसूले जा रहे थे. ऐसे में तब जिला प्रशासन द्वारा एंबुलेंस संचालकों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई.