नई दिल्ली: हाथरस की गुड़िया के साथ हुई हैवानियत के बाद दर्दनाक मौत हो गई. जिसके बाद देशभर में गुस्से का माहौल बना हुआ है. महिलाओं के प्रति लगातार बढ़ रही हैवानियत घटनाओं को लेकर देश भर में धरने प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं.
आम आदमी पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर हाथरस की गुड़िया के साथ हुई हैवानियत और हाथरस पहुंचे आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल पर स्याही फेंके जाने के विरोध में प्रदर्शन किया.
'इतनी बड़ी चूक प्रदेश सरकार पर उठाती है सवाल'
आम आदमी पार्टी के प्रदेश सह-प्रभारी शकील मलिक ने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय देने की मांग और सांत्वना देने पहुंचे आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल पर पुलिस सुरक्षा के बीचों-बीच प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह, विधायक राखी बिड़लान और कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम पर पुलिस सुरक्षा के बीच स्याही फेंकी गई. पुलिस सुरक्षा के बीच हुई इतनी बड़ी चूक प्रदेश सरकार की नीयत पर बड़ा सवाल खड़ा करती है.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पीड़ित परिवार को न्याय मिलना असंभव है. आम आदमी पार्टी प्रदेश सरकार से मांग करती है कि गुड़िया के परिवार को 'वाई' श्रेणी की सुरक्षा दी जाए. सीबीआई जांच सिटिंग जज की निगरानी में हो और गुड़िया का केस गैर बीजेपी शासित प्रदेश में भेजा जाए.
'परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है'
शकील मलिक ने आगे कहा कि प्रदेश के हाथरस में हुई इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना ने योगी सरकार पर एक बड़ा सवाल खड़ा किया है. योगी सरकार की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि प्रदेश की 24 करोड़ जनता सुरक्षित रहे, लेकिन सरकार रक्षक से भक्षक ही बन गई है. हाथरस में घटना इसका जीता जागता उदाहरण है. जहां गुड़िया और पीड़ित परिवार को न्याय की जगह प्रदेश सरकार द्वारा डराया धमकाया जा रहा है.