नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लगातार आवाज उठाती रही है और किसानों के समर्थन में खड़ी है. अब पार्टी किसानों के समर्थन में यूपी के मेरठ में किसान महापंचायत का आयोजन करने जा रही है. इसमें पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल होंगे. 28 फरवरी को होने वाली महापंचायत को लेकर पार्टी के नेता और कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे हुए हैं.
'योगी सरकार का ट्रैक रिकॉर्ड खराब'
मेरठ किसान महापंचायत के सफल आयोजन की जिम्मेदारी गाजियाबाद के पार्टी पदाधिकारियों को दी गई है. तैयारियों की समीक्षा करने यूपी प्रभारी और राज्य सभा सांसद सजंय सिंह आज गाजियाबाद पहुंचे और पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. बैठक के बाद राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रेस वार्ता की.
यहां उन्होंने यूपी सरकार द्वारा जारी किए गए बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा आदित्यनाथ सरकार का बजट लफ्फाजी का बजट है सच्चाई का बजट नहीं है. बजट में बड़ी-बड़ी योजनाओं का जिक्र किया गया है. बीते चार सालों का योगी सरकार का जो ट्रैक रिकॉर्ड रहा है उसको देखकर यह समझा जा सकता है कि सरकार ने जनता के लिए कोई काम नहीं किया. ये पूरी तरह से निराशा का बजट है.
'किसानों की आय 2022 तक कैसे होगी दोगुनी?'
योगी सरकार पर हमला बोलते हुए संजय सिंह ने कहा मुख्यमंत्री को प्रदेश में कानून व्यवस्था, रोज़गार, चिकितस्या और शिक्षा चिंता नहीं है. मुख्यमंत्री को केरल के चुनाव की चिंता है इसलिए वह अपने प्रदेश छोड़ केरल में घूम रहे हैं.
संजय सिंह ने कहा बीते चार सालों में खाद, यूरिया, डीजल और मजदूरी महंगी हुई है लेकिन प्रदेश सरकार ने चार सालों से गन्ने का मूल्य तक नहीं बढ़ाया है. सरकार को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों में खासा नाराजगी है. प्रदेश में समय पर गन्ना भुगतान भी नहीं हो पा रहा है. फसलों की एमएसपी पर खरीद नही हो रही है. ऐसे में सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी कैसे करेगी.
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'28 फरवरी को मेरठ में AAP की किसान महापंचायत'
राज्यसभा सांसद ने कहा कि सरकार ने किसानों के लिए कटीले तार गाढ़े हैं. यही कटीले तार उत्तर प्रदेश में होने वाले पंचायत के चुनाव में किसान भाजपा के लिए गाड़ेंगे. आम आदमी पार्टी 28 फरवरी को मेरठ में किसान महापंचायत करेगी.
महापंचायत के माध्यम से आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश करेगी कि जल्द से जल्द सरकार तीनों ने कृषि कानूनों को वापस ले. उत्तर प्रदेश सरकार ने अगर किसानों के हित में कोई काम किया है तो भाजपा को सिंबल पर पंचायत का चुनाव लड़ना चाहिए.
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