नई दिल्ली/गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्वरूप नगर बालिका संरक्षण गृह का मामला अब राजनीतिक रूप ले रहा है. इस मामले में 57 लड़कियों के कोरोना पॉजिटिव और 7 लड़कियों के प्रेग्नेंट और एक लड़की के एड्स को हुआ है. इस घटना को लेकर विपक्ष ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. अब वही दूसरी ओर इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी की अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की प्रदेश उपाध्यक्ष हिना खान और एनएसयूआई के गाजियाबाद जिलाध्यक्ष राहुल शर्मा ने योगी सरकार पर सवाल उठाते हुए उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग हैं.
आम आदमी पार्टी की अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष हिना खान का कहना है कि कानपुर में बालिकाओं के साथ जो घटना हुई है, वह बिल्कुल भी बर्दाश्त करने लायक नहीं है. इसीलिए आम आदमी पार्टी इसके खिलाफ डटकर खड़ी हुई है. इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सभी जिलों के मुख्यालय में राज्यपाल और उपराज्यपाल को संबोधित करते हुए ज्ञापन सौंपा है.
'कानपुर की घटना है दुर्भाग्यपूर्ण'
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी ने ज्ञापन में हाईकोर्ट के निर्देश में एसआईटी जांच की मांग की है, और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है, ताकि ऐसी घटना दोबारा ना हो. गाजियाबाद एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष राहुल शर्मा का कहना है कि कानपुर की घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, जहां 57 लड़कियां कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं, वहीं दूसरी ओर 7 लड़कियां प्रेग्नेंट और एक को एड्स पाया गया है, जिसमें कहीं ना कहीं सरकार के लोगों की मिलीभगत है.
हर मुद्दे पर विफल बीजेपी सरकार
इसके साथ ही एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष राहुल शर्मा ने कानपुर मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है, उनका कहना है कि बेसहारा लड़कियों को आश्रय स्थल में भेजा जाता है और अब ऐसे में वह वहां भी सुरक्षित नहीं है, तो हमारे देश का क्या होगा. भाजपा सरकार हर मुद्दे पर विफल होती जा रही है.