नई दिल्ली/गाजियाबाद: एक पिता की आंखों के आंसू भी सूख चुके हैं, लेकिन बेटा उनका नहीं मिल पाया. फिर भी पिता को उम्मीद है कि इनका बेटा जरूर वापस आएगा. हिंडन नदी में कोई भी लाश मिलती है, तो वो पिता तुरंत देखने पहुंच जाते हैं कि कहीं वो लाश उनके बेटे की तो नहीं. जो बेटा इस उम्र में पिता का सहारा बनने वाला था, आज उसी बेटे की तलाश में दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. मामला गाजियाबाद के सिहानी गेट इलाके का है.
पिछले 4 हफ्तों में गाजियाबाद पुलिस ने ऑपरेशन खुशी के तहत दर्जनों बच्चों को उनके परिवार से वापस मिलाया. कई बच्चों को पुलिस दूसरे राज्यों से भी तलाश कर वापस ले आई. ऐसे में पीड़ित पिता को उम्मीद है कि उनका बेटा भी ऑपरेशन खुशी के तहत पुलिस तलाश लाएगी. लेकिन पिता को अनहोनी का डर भी सता रहा है. इसलिए रातों की नींद और दिन का सुकून गायब हो गया है.