नई दिल्ली/ गाजियाबाद: यूपी के गाजियाबाद जनपद के नगरीय क्षेत्र में अब 2.70 लाख लोगों को केरोसीन नहीं मिलेगा. प्रशासन ने उन तमाम राशन कार्ड धारकों की सूची विभाग को भेजी दी है. जिनके पास रसोई गैस और बिजली कनेक्शन है. बता दें कि नगर क्षेत्र में इसी को लेकर सर्वे कराया गया है जिसमें करीब 80% राशन कार्डधारकों के पास दोनों सुविधाएं मौजूद है. इस आधार पर अक्टूबर से ऐसे कार्ड धारकों को मिट्टी के तेल का वितरण बंद कर दिया गया है.
राशन कार्ड धारकों को किया गया चिन्हित
विभाग की ओर से ऐसे राशन कार्ड धारकों को चिन्हित किया जा चुका है जिनके पास रसोई गैस कनेक्शन और बिजली कनेक्शन मौजूद है. इन राशन कार्ड धारकों को केरोसीन नही दिया जाएगा. गाजियाबाद के नगरीय क्षेत्र में लगभग साढे तीन लाख राशन कार्ड धारक हैं, प्रशासन ने उन तमाम राशन कार्ड धारकों की सूची विभाग को भेजी थी जिनके पास रसोई गैस और बिजली कनेक्शन है. विभाग को भेजी गई सूची में करीब 80% कार्ड धारक ऐसे हैं जिनके पास बिजली एवं रसोई गैस कनेक्शन मौजूद है.
जिला पूर्ति अधिकारी से ईटीवी ने की खास बातचीत
इसी को लेकर ईटीवी भारत ने जिला पूर्ति अधिकारी अभिनव सिंह से बातचीत की. उन्होंने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप जिन राशन कार्ड धारकों के पास बिजली और रसोई गैस का कनेक्शन है ऐसे कार्ड धारकों को मिट्टी का तेल नही देना है. नगर क्षेत्र में इसी को लेकर सर्वे कराया गया है जिसमें करीब 80% राशन कार्डधारकों के पास दोनों सुविधाएं मौजूद होने की सूचना प्राप्त हुई है, इस आधार पर अक्टूबर से ऐसे कार्ड धारकों को मिट्टी के तेल का वितरण बंद कर दिया गया है.
राशन कार्ड पर मिलने वाले मिट्टी के तेल का प्रयोग खाना बनाने या फिर बिजली का कनेक्शन ना होने पर प्रकाश उत्पन करने के लिए किया जाता है.