नई दिल्ली/पलवल: जिले के नागरिक अस्पताल में शनिवार को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया गया. इस अवसर पर डॉक्टरों ने लोगों को जनसंख्या नियंत्रण के विषय में विस्तार पूर्वक जानकारी दी. नागरिक अस्पताल पलवल के एसएमओ डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि 11 जुलाई को पूरे विश्व में जनसंख्या दिवस मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य बढ़ती हुई जनसंख्या की तरफ ध्यान देना है और जनसंख्या को कंट्रोल करने में अपना योगदान देना है.
उन्होंने बताया कि विश्व के कई देशों में बढती हुई जनसंख्या बड़ी समस्या का रूप धारण करती जा रही है. बढ़ती हुई जनसंख्या विकासशील देशों के लिए गहरी चिंता का विषय है. इसलिए प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि जनसंख्या को नियंत्रित करने में अपना सहयोग दें.
उन्होंने बताया कि नागरिक अस्पताल में आने वाली महिलाओं को भी जागरूक किया गया है कि वो एक बच्चे के जन्म के बाद में कम से कम पांच वर्ष तक दूसरा बच्चा न करें. साथ ही कोशिश करें कि दो बच्चों के बाद तीसरे बच्चे को जन्म ना दें. महिलाऐं अपने स्वास्थ्य की ओर विशेष ध्यान दें और फैमिली प्लानिंग करें.
भारत में जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है. जिसके चलते हमारी सुविधाएँ सिकुड़ने लगी हैं और दिनोंदिन जीवन जीना मुश्किल होता जा रहा है. देश के मेट्रो शहरों का हाल बहुत खराब होता जा रहा है. बढ़ती हुई जनसंख्या के चलते ज्यादातर शहरों में ट्रैफिक जाम देखने को मिलता है. सड़कों पर वाहन रेंगने हुए नजर आते है. जिसके चलते लोगों को पैदल चलना अधिक मुनासिब लगता है.
आज विश्व की जनसंख्या सात अरब से ज्यादा है. अकेले भारत की जनसंख्या लगभग 1 अरब 35 करोड़ के आसपास है. भारत विश्व का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है. आजादी के समय भारत की जनसंख्या लगभग 33 करोड़ थी जो आज चार गुना तक बढ़ गई है. परिवार नियोजन के कमजोर तरीकों, अशिक्षा, स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के अभाव, अंधविश्वास और विकासात्मक असंतुलन के चलते आबादी तेजी से बढ़ती जा रही है.