नई दिल्ली/पलवल: वीकेंड लॉकडाउन के दूसरे दिन भी पलवल में शराब के ठेके खुले रहे है, जबकि पलवल शहर की ज्यादातर दुकानें और सभी दफ्तर बंद रहे. गौरतलब है कि कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर हरियाणा सरकार ने वीकेंड पर लॉकडाउन करने का फैसला लिया था, लेकिन शराब ठेका संचालक सरेआम सरकार के आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं जबकि पलवल जिला उपायुक्त ने ठेका खोलने की कोई परमिशन नहीं दी है.
ठेका संचालकों को नियमों की परवाह नहीं
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के आदेशों की पलवल में ठेका संचालक सरेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं. सरकार के आदेशों की ठेका संचालकों को कोई परवाह नहीं है. वीकली लॉकडाउन के दूसरे दिन बाजार तो बंद नजर आये, लेकिन शराब के ठेके सरेआम खुले रहे. लोगों ने आरोप लगाया कि सरकार की मिलीभगत के चलते ठेके खोले जा रहे हैं.
शनिवार और रविवार को शराब की दुकान खुलने और दूसरी दुकानें बंद करने के आदेशों की लोग आलोचना भी कर रहे हैं क्योंकि ज्यादातर बाजार और दफ्तर तो बंद हैं, लेकिन शराब के ठेके चारों तरफ खुले हुए हैं जिसको लेकर आमजनमानस में सरकार के प्रति रोष है. लोगों का कहना है कि जब बाजार और दफ्तर बंद हैं तो सरकार की ऐसी कौन सी मजबूरी है जो शराब के ठेके खुले हुए हैं.
ठेके खुलने से लोगों में नाराजगी
लोगों का कहना है कि शराब के ठेकों को खोलकर सरकार के कोरोना चैन को तोड़ने को लेकर लिए गए फैसले को ठेका संचालक पूरा नहीं होने देंगे और इसके लिए खुद सरकार और उसमें बैठे अधिकारी ही जिम्मेदार हैं. लोगों का कहना है कि सरकार व्यापारियों और दुकानदारों का तो रोजगार चौपट कर रही है, लेकिन शराब के ठेकों को खोला जा रहा है.
डीसी पर छोड़ा गया है ठेका खोलने का फैसला
बता दें कि, हरियाणा में शनिवार और रविवार को शराब के ठेके बंद रहेंगे या ठेकों को खोला जा सकेगा, निर्णय संबंधित जिलों के डीसी पर छोड़ा गया है. अपने-अपने जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए डीसी से कहा गया है कि वे यह तय करें कि शराब के ठेके खोले जा सकते हैं या नहीं. वहीं पलवल जिला उपायुक्त ने ठेका खोलने की परमिशन नहीं दी है बावजूद इसके ठेके खुल रहे हैं.