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पलवल के नागरिक अस्पताल में स्टाफ की कमी, खुद ही ऑक्सीजन सिलेंडर बदल रहे तीमारदार

पलवल का नागरिक अस्पताल स्टाफ की कमी से जूझ रहा है. स्टाफ की कमी होने की वजह से कोरोना मरीजों को काफी परेशानी हो रही है.

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अस्पताल में स्टाफ की कमी
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Published : May 3, 2021, 10:59 AM IST

नई दिल्ली/पलवल: कोरोना संक्रमण के दौर में जिला नागरिक अस्पताल की व्यवस्थाएं चरमराई गई हैं. स्टाफ की कमी भी मरीजों के इलाज में आड़े आने लगी हैं. हालात ये हैं कि आइसोलेशन वार्ड में दाखिल मरीजों के तीमारदार खुद ही ऑक्सीजन सिलेंडर लगा रहे हैं.

पलवल के नागरिक अस्पताल में स्टाफ की कमी

आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना के मरीजों की देखभाल के लिए यहां मात्र एक डॉक्टर और एक नर्स की ड्यूटी लगी है. इसका खामियाजा संक्रमित मरीजों के साथ-साथ उनके तीमारदारों को भी भुगतना पड़ रहा है.

पलवल जिला नागरिक अस्पातल में बने आइसोलेशन वार्ड में आम वार्डों की तरह ही इसमें भी मरीजों के परिजन आसानी से आ-जा रहे हैं. कुछ परिजन तो कभी-कभी दवाई और खाना भी वार्ड में ले जाते हैं, जबकि नियमों के मुताबिक, आइसोलेशन वार्ड में मरीजों से मिलना और उनसे बात करना प्रतिबंधित है.

नागरिक अस्पताल आइसोलेशन वार्ड में 60 आक्सीजन वाले बेड हैंं. वार्ड में भर्ती मरीजों के तीमारदारों ने बताया कि यहां किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं है. डॉक्टर केवल सुबह और शाम के समय ही वार्ड में आते हैं. मरीजों की देखभाल अच्छी तरह से नहीं हो पा रही है. कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है.

नई दिल्ली/पलवल: कोरोना संक्रमण के दौर में जिला नागरिक अस्पताल की व्यवस्थाएं चरमराई गई हैं. स्टाफ की कमी भी मरीजों के इलाज में आड़े आने लगी हैं. हालात ये हैं कि आइसोलेशन वार्ड में दाखिल मरीजों के तीमारदार खुद ही ऑक्सीजन सिलेंडर लगा रहे हैं.

पलवल के नागरिक अस्पताल में स्टाफ की कमी

आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना के मरीजों की देखभाल के लिए यहां मात्र एक डॉक्टर और एक नर्स की ड्यूटी लगी है. इसका खामियाजा संक्रमित मरीजों के साथ-साथ उनके तीमारदारों को भी भुगतना पड़ रहा है.

पलवल जिला नागरिक अस्पातल में बने आइसोलेशन वार्ड में आम वार्डों की तरह ही इसमें भी मरीजों के परिजन आसानी से आ-जा रहे हैं. कुछ परिजन तो कभी-कभी दवाई और खाना भी वार्ड में ले जाते हैं, जबकि नियमों के मुताबिक, आइसोलेशन वार्ड में मरीजों से मिलना और उनसे बात करना प्रतिबंधित है.

नागरिक अस्पताल आइसोलेशन वार्ड में 60 आक्सीजन वाले बेड हैंं. वार्ड में भर्ती मरीजों के तीमारदारों ने बताया कि यहां किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं है. डॉक्टर केवल सुबह और शाम के समय ही वार्ड में आते हैं. मरीजों की देखभाल अच्छी तरह से नहीं हो पा रही है. कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है.

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