नई दिल्ली/झज्जर: दिल्ली और हरियाणा को जोड़ने वाले टिकरी बॉर्डर की खस्ता हालत का पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं रोकथाम प्राधिकरण अधिकारियों ने निरीक्षण किया. प्राधिकरण के अध्यक्ष भूरेलाल ने बॉर्डर पर जाकर अधिकारियों से इस समस्या पर बात की.
बता दें कि टिकरी बॉर्डर की सड़कों की खस्ता हालत है जिसके चलते सड़कों पर गंदा पानी जमा रहता है. गंदे पानी के जमा होने के कारण लंबा ट्रैफिक भी लगा रहता है. अगर आप हरियाणा के बहादुरगढ़ से दिल्ली में प्रवेश करते हैं, तो टिकरी बॉर्डर पर भरा गंदा पानी आपको नांक मुंह सिकोड़ने पर मजबूर कर देता है. जाम के कारण वाहनों की गति भी काफी धीमी हो जाती है.
दिल्ली सरकार ने की अनदेखी के बाद अब पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं रोकथाम प्राधिकरण ने इसकी और ध्यान दिया है. प्राधिकरण के अध्यक्ष भूरेलाल ने बॉर्डर पर अधिकारियों के साथ मौके पर जाकर निरिक्षण किया है. दिल्ली सीमा में गंदे पानी के बीच गाड़ी रुकवाकर अध्यक्ष भूरेलाल ने जिम्मेदार अधिकारियों के बारे में पूरी जानकारी हासिल की है.
दरअसल, दिल्ली से बहादुरगढ़ की तरफ हरियाणा में प्रवेश करने के लिये टिकरी बॉर्डर को क्रास करना होता है. दिल्ली सीमा में कई सालों से गंदा पानी भरा हुआ है. गंदे पानी के कारण बदबू से तो लोगों को दो चार होना ही पड़ता है. दूसरा गंदे पानी के जमाव से सड़क भी संकरी हो जाती है, जिसके कारण भारी जाम भी लगा रहता है.
एसडीएम तरूण पावरिया ने बताया कि हरियाणा की सीमा साफ है लेकिन दिल्ली की सीमा में गंदा पानी भरा हुआ है. इसके लिये लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी कई बार एनएचएआई और दिल्ली सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं. अब इसकी पूरी जानकारी प्राधिकरण के चेयरमैन को दे दी गई है.
बता दे कि गंदे पानी का भराव पूरे साल रहता है, जिसके कारण सड़क टूट चुकी है और जाम भी लगा रहता है. अब प्रदूषण नियंत्रण रोकथाम प्राधिकरण के अध्यक्ष भूरेलाल के संज्ञान में मामला आने से इस समस्या के समाधान की उम्मीद भी बढ़ गई है.