नई दिल्ली/फरीदाबाद: जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले स्वास्थ्य विभाग के सभी दावों की पोल खोल रहे हैं. जिले में स्वास्थ्य विभाग कोरोना मरीजों को बेड उपलब्ध कराने का दावा कर रहा था लेकिन वास्तविकता ये है कि मरीजों को बेड मिल रहे हैं और ऑक्सीजन के लिए भी मरीजों को कई गुणा दाम चुकाने पड़ रहे हैं. ऐसे में फरीदाबाद के बीके अस्पताल से अंदर तक झकझोर देने वाली तस्वीरें सामने आई हैं.
फरीदाबाद में तो मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस भी नहीं मिल पा रही है. तभी तो एक शख्स अपनी पत्नी को ऑटो में लेकर बीके अस्पताल पहुंचा. लेकिन जब अस्पताल के गेट पर भी उसे व्हीलचेयर नहीं मिली तो ये शख्स पत्नी को गोद में ही उठाकर इमरजेंसी तक ले गया. जो स्वास्थ्य विभाग की नाकामियां दिखाने के लिए काफी है.
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एनआईटी इलाके के रहने वाले इस शख्स की पत्नी की तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद उसने एंबुलेंस के लिए फोन किया लेकिन एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची तो वह अपनी पत्नी को ऑटो से बीके अस्पताल लेकर पहुंचा. जहां से वह अपनी पत्नी को गोद में उठाकर अंदर इमरजेंसी तक ले गया. बहराल शख्स की पत्नी को इलाज तो मिल गया है, लेकिन यह सवाल खड़ा हो रहा है स्वास्थ्य सेवाओं पर.
फरीदाबाद में लाखों रुपये का बजट खर्च करने के बाद एंबुलेंस सेवाएं चल रही हैं. लेकिन मरीजों को इनका कोई फायदा मिलता नहीं दिख रहा है. फरीदाबाद में इस समय 75 के करीब एंबुलेंस हैं. लेकिन समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने की शिकायत अक्सर रहती है.
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