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भू-माफियाओं से परेशान हुए रिटायर्ड कर्मचारी, अपने ही प्लॉट पर नहीं बनावा पा रहे मकान

गांव अगवानपुर के नजदीक बसे नवी नगर में भू-माफियाओं ने जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है. जिसकी वजह से प्लॉट होल्डर्स अपनी ही जमीन पर मकान नहीं बनवा पा रहे हैं.

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Published : Apr 13, 2019, 10:44 PM IST

भू-माफियाओं से परेशान हुए रिटायर्ड कर्मचारी, अपने ही प्लॉट पर नहीं बनावा पा रहे मकान

नई दिल्ली/फरीदाबाद: जिले में इन दिनों भू-माफिया काफी सक्रिय हो गए हैं. इन्हें न तो पुलिस का खौफ है न ही किसी और चीज का डर. तिगांव विधानसभा क्षेत्र के गांव अगवानपुर में भी लोग भू-माफियाओं से परेशान है. यहां की जमीनों पर भूनई-माफियाओं ने कब्जा कर रखा है. जिसकी वजह से 1835 प्लॉट होल्डर अपना मकान नहीं बनवा पा रहे हैं.

जमीनों पर अवैध कब्जे से परेशान रिटायर्ड कर्मचारी
ये प्लॉट होल्डर्स उच्च सैन्य अधिकारी, आईएएस, आईपीएस और केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों से रिटायर्ड उच्चाधिकारी हैं. जो अपने प्लॉट पर अवैध कब्जे से परेशान है. सिविल कोर्ट से ऑर्डर होने और डीसी की ओर से कब्जा हटाने के आदेश के बाद भी नगर निगम, डिप्टी पुलिस कमिश्नर, डिस्ट्रिक्ट टाउन प्लानर और सब रजिस्ट्रार आज तक अवैध कब्जे को नहीं हटवा पाए.

भू-माफियाओं से परेशान हुए रिटायर्ड कर्मचारी, अपने ही प्लॉट पर नहीं बनावा पा रहे मकान

प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा
जिसके बाद अब रिटायर्ड अधिकारियों ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और धरने पर बैठक गए. रिटायर्ड कर्मचारियों ने जिला प्रशासन को पत्र सौंपकर जमीन से अवैध कब्जे हटवाने की गुजारिश की है.

नई दिल्ली/फरीदाबाद: जिले में इन दिनों भू-माफिया काफी सक्रिय हो गए हैं. इन्हें न तो पुलिस का खौफ है न ही किसी और चीज का डर. तिगांव विधानसभा क्षेत्र के गांव अगवानपुर में भी लोग भू-माफियाओं से परेशान है. यहां की जमीनों पर भूनई-माफियाओं ने कब्जा कर रखा है. जिसकी वजह से 1835 प्लॉट होल्डर अपना मकान नहीं बनवा पा रहे हैं.

जमीनों पर अवैध कब्जे से परेशान रिटायर्ड कर्मचारी
ये प्लॉट होल्डर्स उच्च सैन्य अधिकारी, आईएएस, आईपीएस और केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों से रिटायर्ड उच्चाधिकारी हैं. जो अपने प्लॉट पर अवैध कब्जे से परेशान है. सिविल कोर्ट से ऑर्डर होने और डीसी की ओर से कब्जा हटाने के आदेश के बाद भी नगर निगम, डिप्टी पुलिस कमिश्नर, डिस्ट्रिक्ट टाउन प्लानर और सब रजिस्ट्रार आज तक अवैध कब्जे को नहीं हटवा पाए.

भू-माफियाओं से परेशान हुए रिटायर्ड कर्मचारी, अपने ही प्लॉट पर नहीं बनावा पा रहे मकान

प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा
जिसके बाद अब रिटायर्ड अधिकारियों ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और धरने पर बैठक गए. रिटायर्ड कर्मचारियों ने जिला प्रशासन को पत्र सौंपकर जमीन से अवैध कब्जे हटवाने की गुजारिश की है.

Intro:Body:स्लग : रिटायर्ड उच्च सैन्य अधिकारी केंद्र एवं राज्य सरकार के रिटायर अधिकारियों की जमीन पर कब्जा l

एंकर : फरीदाबाद के तिगांव विधानसभा क्षेत्र गांव अगवानपुर के नजदीक बसे नवी नगर में भू माफियाओं ने सीनियर सिटीजन अधिकारियों की जमीन पर अवैध कब्जे कर रखे हैं l भू माफियाओं ने अवैध तरीके से सोसायटी की जमीन को भोले वाले लोगों को अपनी जमीन बता कर छोटे छोटे प्लाट के रूप में बेच दिया l सोसायटी की जमीन पर अवैध रूप से रह रहे लोगों के पास कोई भी रजिस्टर कागजात नहीं है यह लोग यहां पर चार से पांच वर्षों से अवैध तरीके से रह रहे हैं l

वी ओ : ग्रीन स्टेट एंड एच आर प्लॉट होल्डर्स एसोसिएशन के प्रधान संजय पुरी ने बताया कि 60 के दशक में अलंकार बिल्डर ने इस्माइलपुर और अगवानपुर के किसानों से 135 एकड़ जमीन खरीदकर प्लाटिंग शुरू की थी उस दौरान सैकड़ों की संख्या में उच्च सैन्य अधिकारी केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों के उच्च अधिकारियों ने प्लाट बुक कराए थे बिल्डर को हर महीने किस्त का भुगतान भी करते थे बिल्डर ने ग्रीन स्टेट वह हिंदुस्तान रेजिडेंस लिस्ट सोसायटी विकसित कर देने का वादा किया था लेकिन 1 नवंबर 1966 को हरियाणा अलग राज्य बनने के बाद ही बिल्डर डिफाल्टर घोषित हो गया इससे तत्कालीन हरियाणा सरकार ने उस जमीन को विकसित करने की बिल्डर को मंजूरी नहीं दी थीl मंजूरी न मिलने पर बिल्डर ने 135 एकड़ जमीन ग्रीन स्टेट एंड एच आर ए प्लॉट होल्डर एसोसिएशन के नाम ट्रांसफर कर दी उसके बाद 1994 में सोसायटी ने नवीन नगर का लेआउट बना कर टाउन प्लान एंड कंट्री प्लैनिंग को भेज दिया l
सोसायटी के प्रधान संजय पुरी ने बताया कि सोसाइटी में अधिकांश रिटायर्ड सैन्य अधिकारी और केंद्र सरकार के विभागों विभागों में उच्च अधिकारी हैं जो कि दिल्ली में रहते हैं जिसकी वजह से जमीन पर उनका आना जाना कम रहता है जिसका फायदा भू माफियाओं ने उठाया सत्ताधारी नेताओं के संरक्षण में उन्होंने सोसायटी की जमीन पर कब्जा कर जमीन को भोले वाले लोगों और मजदूरों को छोटे छोटे प्लॉट के रूप में बेचना शुरू कर दिया और सोसायटी की जमीन पर कॉलोनी बसादी l
भू माफियाओं द्वारा अवैध कॉलोनियां बसाने का धंधा 2006 तक चलता रहा l
भू माफियाओं की गुंडागर्दी के चलते सोसाइटी के मेंबर ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया 2008 में कोर्ट के जरिए 80 एकड़ जमीन भू माफिया के कब्जे से वापस ले ली गई l
धरने पर बैठे प्लाट होल्डर ने बताया कि सिविल कोर्ट से ऑर्डर और डीसी के आदेश के बावजूद नगर निगम आज तक अवैध कब्जे नहीं हटा पाया है साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल से वह सेक्टर 12 स्थित डीसी कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है उन्होंने कहा कि प्लॉट होल्डर्स कोई सामान्य व्यक्ति नहीं बल्कि रिटायर्ड उच्च सैन्य अधिकारी, आईएएस आईपीएस व केंद्र सरकार के विभिन्न भागों विभागों में रिटायर्ड उच्च अधिकारी हैं l
धरने पर बैठे रिटायर अधिकारियों ने एक बैनर के द्वारा नवीन नगर की तुलना कश्मीर से की है lएसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि कश्मीर से कम हालात नवीनगर के नहीं है उन्होंने कहा कि कश्मीर हमारा है लेकिन वहां निडर होकर नहीं जा सकते ऐसा ही नवीन नगर में है जमीन हमारी है लेकिन प्लॉट होल्डर मकान नहीं बना सकतेl
आतंकियों के कश्मीर में बंगले बन गए हैं राजनीति में आकर पुलिस और प्रशासन के ऊपर नियंत्रण कर कश्मीर को लूट रहे हैंl
नवीन नगर में हमारी जमीन को बेचकर भूमाफिया गुंडे राजनीति में आकर पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाकर कानून को ठेंगा दिखा रहे हैंl

स्थानीय नेताओं की सह पर पैसे के खातिर कश्मीरी युवक सैनिकों पर पत्थर मारते हैं नेता पत्थरबाजों का समर्थन करते हैंl
नवीन नगर में स्थानीय नेताओं के संरक्षण में माफिया सोसायटी की जमीन पर कब्जा कर बेच रहे हैं वहां पौधारोपण करने जाते हैं तो उन पर पत्थर फेंके जाते हैं प्लांट होल्डर का कहना है कि वह अपने प्रदेश में अपनी मालिकाना जमीन को नहीं बचा पाया बचा पा रहे तो हम पाकिस्तान से कश्मीर को कैसे बचाएंगे l
बाइट : संजय पुंज सोसायटी प्रधान

बाइट : यशपाल सिंह प्लॉट फोल्डरConclusion:
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