नई दिल्ली/पलवल: 50 गांवों के पंचायत प्रतिनिधियों ने मानदेय की मांग को लेकर लघु सचिवालय पर प्रदर्शन करते हुए जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि हसनपुर ब्लॉक के पंच, सरपंच और ब्लॉक समिति सदस्यों को मानदेय बीते साल रिलीज किया था.
पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि वर्ष 2019 की तीन अप्रैल को सरकार ने 24 लाख रुपये, 11 अप्रैल को 79 लाख 35 हजार 200 रुपये और चार दिसंबर को 38 हजार रुपये रिलीज किए थे. कुल मिलाकर हसनपुर ब्लॉक के लिए एक करोड़, तीन लाख, बहात्तर हजार दो सो रुपये रिलीज हुए थे, लेकिन ये राशि पंचायत प्रतिनिधियों को आज तक नहीं मिली.
पंचायत के सरपंचों का आरोप है कि उनके एक करोड़ से ज्यादा रुपये सिस्टम में बैठे लोग डकार गए. उनका कहना है कि जिन कर्मचारियों पर राशि को हड़पने के आरोप लगे हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है.
पंचायत प्रतिनिधि अपने मानदेय की मांग को लेकर पिछले दो साल से अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि अगर जल्द ही उन्हें मानदेय नहीं दिया गया तो मजबूरन उन्हें हसनपुर ब्लॉक पर ताला जड़ना पड़ेगा.