नई दिल्ली/पलवल: कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बाद पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन जारी है. इस लॉकडाउन के बाद सब कुछ थम गया है. बस से लेकर रेलवे तक और परिवहन के सारे साधन बंद कर दिए गए है.
बता दें कि इस लॉकडाउन के बाद प्रवासी की मजदूरों की मुश्किलें बढ़ गई है. खासकर वो मजदूर जो रोज खाते है और रोज खाते है.
पलवल पुलिस द्वारा लॉकडाउन के दौरान मानवता का परिचय देते हुए दूरदराज से पैदल जा रहे लोगों के लिए न केवल भोजन की व्यवस्था की, बल्कि उनकी हर तरह से मदद की. देशभर में लगाया गया लॉकडाउन मजदूरों के लिए जी का जंजाल बन गया है. कोरोना के घातक खतरे को देखते हुए हर आदमी यहीं चाहता है कि वह अपने घर जल्द से जल्द पहुंच जाए. ताकि वह खुद और अपने परिवार की सुरक्षा कर सके.
बल्लभगढ़ और फरीदाबाद की कंपनियों में काम करने वाले हजारों कामगारों को कम्पनी मालिकों द्वारा रवाना कर दिए गए है. जिसके चलते पलवल से इन मजदूरों के काफिले दिन-रात निकलते दिखाई दे रहे है. हालांकि, पलवल जिला पुलिस सहयोग और सुरक्षा के नारे को सही साबित करते हुए इन मजदूरों की मदद कर रही.
कैंप थाना प्रभारी अपनी गाड़ी में ही कुछ समाज सेवियों को लेकर उन्हें न केवल भोजन उपलब्ध करवा रहे है, बल्कि इन मजदूरों को इमरजेंसी में सड़क पर जा रहे वाहनों में बिठाते हुए उन्हें उनके गंतव्य तक भेज रहे है.
आपको बता दें कि देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 830 के पार चली गई है. जबकि अब तक इस वायरस से 20 लोगों की जान गई है. मरीजों की संख्या लगातार तेजी से बढ़ रही है. उधर लॉकडाउन का आज चौथा दिन है, लेकिन देश के कई हिस्सों में मजदूरों का पलायन चिंता का सबब बन गया है. मजदूर पैदल ही अपने परिवार के साथ अपने घर लौट रहे हैं.