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पलवल के सिविल अस्पताल में मनाया जा रहा पुरुष नसबंदी पखवाड़ा - पुरुष नसबंदी पखवाड़ा पलवल

पलवल के सिविल अस्पताल में परिवार नियोजन प्रोग्राम के तहत पुरुष नसबंदी पखवाड़ा मनाया जा रहा है. इसको मनाए जाने का मुख्य उद्वेश्य परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने के लिए जागरूक करना है.

पलवल के सिविल अस्पताल में मनाया जा रहा पुरुष नसबंदी पखवाड़ा
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Published : Nov 23, 2019, 9:05 PM IST

नई दिल्ली/पलवल : परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत जिले के सिविल अस्पताल में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा मनाया जा रहा है. इसमें पुरुष और महिलाओं को परिवार नियोजन में भागीदारी बढ़ाने के लिए उन्हें जागरुक किया जा रहा है.

पलवल के सिविल अस्पताल में मनाया जा रहा पुरुष नसबंदी पखवाड़ा

पुरुषों की भागीदारी बढ़ाना है उद्वेश्य
उप सिविल सर्जन डॉ. रेखा ने बताया कि पलवल जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा सिविल अस्पताल में 20 नवंबर से 4 दिसंबर तक पुरुष नसबंदी पखवाड़ा मनाया जा रहा है. जिसका उद्वेश्य परिवार नियोजन में पुरुषों की भागेदारी बढ़ाना है. उन्होंने बताया कि पलवल जिले में परिवार नियोजन के अंतर्गत अप्रैल से लेकर अभी तक 873 महिलाओं ने नसबंदी करवाई है जबकी पुरुषों में से कुल 14 पुरुषों ने ही नसबंदी करवाई है. उन्होंने कहा कि आंकड़ों के अनुसार जिला में महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों की परिवार नियोजन में भागीदारी दो प्रतिशत से भी कम है. उसी कारण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए लोगों को परिवार नियोजन के लिए जागरुक किया गया.

परिवार नियोजन की सभी सुविधाएं मुफ्त हैं
डॉ. रेखा ने बताया कि परिवार नियोजन की सभी सुविधाएं सरकारी अस्पताल में मुफ्त प्रदान की जाती है. उन्होंने कहा कि नागरिक अस्पताल में सभी सुविधाएं उपलब्ध है. उप सिविल सर्जन रेखा ने बताया कि पुरुष नसबंदी करवाने से शरीर में कोई कमजोरी नहीं होता. उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी मात्र दो मिनट का एक छोटा सा ऑपरेशन है. उन्होंने कहा कि पुरुष नसबंदी से काफी जटील महिला नसबंदी होता है. कभी कभी महिलाओं को नसबंदी करवाने से परेशानीयां भी बढ़ जाती है. उन्होंने कहा कि महिलाओं को परेशानी से बचाने के लिए पुरुषों को अपनी नसबंदी करवानी चाहिए ताकि अपने परिवार को आर्थिक तौर पर मजबूत कर सकें.

नई दिल्ली/पलवल : परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत जिले के सिविल अस्पताल में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा मनाया जा रहा है. इसमें पुरुष और महिलाओं को परिवार नियोजन में भागीदारी बढ़ाने के लिए उन्हें जागरुक किया जा रहा है.

पलवल के सिविल अस्पताल में मनाया जा रहा पुरुष नसबंदी पखवाड़ा

पुरुषों की भागीदारी बढ़ाना है उद्वेश्य
उप सिविल सर्जन डॉ. रेखा ने बताया कि पलवल जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा सिविल अस्पताल में 20 नवंबर से 4 दिसंबर तक पुरुष नसबंदी पखवाड़ा मनाया जा रहा है. जिसका उद्वेश्य परिवार नियोजन में पुरुषों की भागेदारी बढ़ाना है. उन्होंने बताया कि पलवल जिले में परिवार नियोजन के अंतर्गत अप्रैल से लेकर अभी तक 873 महिलाओं ने नसबंदी करवाई है जबकी पुरुषों में से कुल 14 पुरुषों ने ही नसबंदी करवाई है. उन्होंने कहा कि आंकड़ों के अनुसार जिला में महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों की परिवार नियोजन में भागीदारी दो प्रतिशत से भी कम है. उसी कारण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए लोगों को परिवार नियोजन के लिए जागरुक किया गया.

परिवार नियोजन की सभी सुविधाएं मुफ्त हैं
डॉ. रेखा ने बताया कि परिवार नियोजन की सभी सुविधाएं सरकारी अस्पताल में मुफ्त प्रदान की जाती है. उन्होंने कहा कि नागरिक अस्पताल में सभी सुविधाएं उपलब्ध है. उप सिविल सर्जन रेखा ने बताया कि पुरुष नसबंदी करवाने से शरीर में कोई कमजोरी नहीं होता. उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी मात्र दो मिनट का एक छोटा सा ऑपरेशन है. उन्होंने कहा कि पुरुष नसबंदी से काफी जटील महिला नसबंदी होता है. कभी कभी महिलाओं को नसबंदी करवाने से परेशानीयां भी बढ़ जाती है. उन्होंने कहा कि महिलाओं को परेशानी से बचाने के लिए पुरुषों को अपनी नसबंदी करवानी चाहिए ताकि अपने परिवार को आर्थिक तौर पर मजबूत कर सकें.

Intro:एंकर : पलवल, परिवार नियोजन प्रोग्राम के तहत पलवल सिविल अस्पताल में पुरुष नसबंदी पखवाडा मनाया जा रहा है। उप सिविल सर्जन डा.रेखा ने बताया कि परिवार नियोजन में पुरुषों की भागेदारी बढाने के लिए उन्हें जागरूक किया जा रहा है साथ ही महिलाओं को भी जागरूक किया जा रहा है।

वीओं : उप सिविल सर्जन डा.रेखा ने बताया कि पलवल जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा सिविल अस्पताल में 20 नवंबर से 4 दिसंबर 2019 तक पुरुष नसबंदी पखवाडा मनाया जा रहा है। जिसका उद्देश्य परिवार नियोजन में पुरुषों की भागेदारी बढ़ाना है। उन्होंने बताया कि पलवल जिले में परिवार नियोजन के अंर्तगत अप्रैल से लेकर अभी तक 873 महिलाओं ने नसबंदी करवाई है। जबकि पुरुषों में कुल 14 पुरुषों ने ही नसबंदी करवाई है। आंकडों के अनुसार जिला में महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों की परिवार नियोजन में भागीदार दो प्रतिशत से भी कम है। इसी कारण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए लोगों को परिवार नियोजन के बारे में जागरूक किया गया व उनसे पुरुष नसबंदी के प्रति लोगों में जागरूकता व भागीदारी बढ़ाने की अपील की गई। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में नसबंदी करवाने वाले पुरुष को दो हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि व नसबंदी के लिए प्रेरित करने वाले प्रेरक को तीन सौ रुपये की प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है तथा परिवार नियोजन की सभी सुविधाएं सरकारी अस्पताल में मुफ्त प्रदान की जाती है और पुरुष नसबंदी की भी सभी सुविधाएं नागरिक अस्पताल में उपलब्ध है। उप सिविल सर्जन डा.रेखा ने बताया कि पुरुष नसबंदी करवाने से शरीर में कोई कमजोरी नहीं आती है। पुरुष नसबंदी के लिए मात्र दो मिनट में एक छोटा से ऑप्रेशन किया जाता है। जिसे करने के बाद कोई परेशानी नहीं होती है। अगर महिलाऐं नसबंदी करवाती है तो उनके ऑप्रेशन में कई बार जटिलता पैदा हो जाती है। पुरुष नसबंदी पखवाड़े के दौरान पलवल में 1 लाख 58 हजार दंपत्तियों को जागरूक किया जा रहा है। उनको जागरूक करने के बाद कोशिश यह की जाएगी कि महिलाओं की बजाय पुरुष नसबंदी अधिक करवाऐं। पुरुष नसबंदी करवाने से परिवार नियोजन को बढावा मिलेगा। बच्चे कम होने से आर्थिक रूप से मजबूत बन सकते है।

बाइट : डा.रेखा उप सिविल सर्जन पलवल फाइल नं 4Body:hr_pal_01_purush_nashbandi_bite_hrc10002Conclusion:hr_pal_01_purush_nashbandi_bite_hrc10002
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