नई दिल्ली/पलवल : परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत जिले के सिविल अस्पताल में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा मनाया जा रहा है. इसमें पुरुष और महिलाओं को परिवार नियोजन में भागीदारी बढ़ाने के लिए उन्हें जागरुक किया जा रहा है.
पुरुषों की भागीदारी बढ़ाना है उद्वेश्य
उप सिविल सर्जन डॉ. रेखा ने बताया कि पलवल जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा सिविल अस्पताल में 20 नवंबर से 4 दिसंबर तक पुरुष नसबंदी पखवाड़ा मनाया जा रहा है. जिसका उद्वेश्य परिवार नियोजन में पुरुषों की भागेदारी बढ़ाना है. उन्होंने बताया कि पलवल जिले में परिवार नियोजन के अंतर्गत अप्रैल से लेकर अभी तक 873 महिलाओं ने नसबंदी करवाई है जबकी पुरुषों में से कुल 14 पुरुषों ने ही नसबंदी करवाई है. उन्होंने कहा कि आंकड़ों के अनुसार जिला में महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों की परिवार नियोजन में भागीदारी दो प्रतिशत से भी कम है. उसी कारण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए लोगों को परिवार नियोजन के लिए जागरुक किया गया.
परिवार नियोजन की सभी सुविधाएं मुफ्त हैं
डॉ. रेखा ने बताया कि परिवार नियोजन की सभी सुविधाएं सरकारी अस्पताल में मुफ्त प्रदान की जाती है. उन्होंने कहा कि नागरिक अस्पताल में सभी सुविधाएं उपलब्ध है. उप सिविल सर्जन रेखा ने बताया कि पुरुष नसबंदी करवाने से शरीर में कोई कमजोरी नहीं होता. उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी मात्र दो मिनट का एक छोटा सा ऑपरेशन है. उन्होंने कहा कि पुरुष नसबंदी से काफी जटील महिला नसबंदी होता है. कभी कभी महिलाओं को नसबंदी करवाने से परेशानीयां भी बढ़ जाती है. उन्होंने कहा कि महिलाओं को परेशानी से बचाने के लिए पुरुषों को अपनी नसबंदी करवानी चाहिए ताकि अपने परिवार को आर्थिक तौर पर मजबूत कर सकें.