नई दिल्ली/पलवल: पशु पालन और डेयरी विभाग ने जिले में पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए शिविर लगाया गया. शिविर में पशुपालकों को क्रेडिट कार्ड के फायदे गिनवाए गए. पशुपालन एवं डेयरी विभाग की उपनिदेशक डॉक्टर नीलम आर्य ने बताया कि जिले में 26 हजार पशुपालकों के कार्ड बनाने का लक्ष्य विभाग ने दिया है.
डॉक्टर नीलम आर्य ने बताया कि विभाग जिले में पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए खंड स्तर पर शिविर लगा रहा है. ये शिविर 15 जुलाई तक लगाया जाएगा. इन शिविरों में पशुपालकों के किए गए आवेदनों को बैंक अधिकारियों के सामने दिखााया जाएगा. नीलम आर्य ने कहा कि किसी किसान को परेशानी ना हो इसके लिए सरकार ने पशुपालकों के लिए पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की है.
इस योजना के तहत किसानों को पशुओं के रखरखाव के लिए नियमानुसार ऋण राशि दी जाएगी. किसान को अगर एक लाख 60 हजार रुपये से अधिक या 3 लाख तक का ऋण मिलता है तो उस पर ब्याज की दर कम हो जाएगी. अगर पशु से ज्यादा किसानों को लोन लेना हो तो वो निर्धारित बैंक की शर्तों पर लोन ले सकता है.
पशुपालकों को गाय के लिए 40 हजार 783 रुपये, भैंस के लिए 60 हजार 249 रुपये, भेड़ और बकरी के लिए 4 हजार 63 रुपये, सूअर के लिए 16 हजार 337 रुपये का ऋण दिया जाएगा. ये कैम्प पशुपालकों को विभाग की योजनाओं की जानकारी देने के लिए लगाया गया है. गांव किठवाड़ी के पशुपालक ने बताया कि सरकार ही ये एक अच्छी पहल है. सरकार की इस योजना का पशुपालकों को लाभ होगा. उन्होंने बताया कि योजना के अनुसार पशुपालकों को सस्ते ब्याज दर पर ऋण प्रदान किया जाएगा. पशुपालक को ये ऋण 6 आसान किस्तों में एक साल के अंदर भुगतान करना होगा.