ETV Bharat / city

हरियाणा में कोरोना ने उजाड़ दिया हंसता-खेलता परिवार, 10 दिन के अंदर सभी सदस्यों ने तोड़ा दम

author img

By

Published : Apr 30, 2021, 10:42 PM IST

फरीदाबाद में कोरोना ने पूरे परिवार को उजाड़ कर रख दिया. 10 दिन के अंदर-अंदर एक ही परिवार के चार लोगों ने कोरोना की वजह से दम तोड़ दिया.

four members of a family died due to corona
कोरोना ने उजाड़ दिया हंसता-खेलता परिवार

नई दिल्ली/फरीदाबाद: फरीदाबाद के फ्रंटियर काॅलोनी से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. जहां कोरोना की वजह से एक हंसता खेलता परिवार बिखर गया. दस दिन के अंदर परिवार के चार लोगों की कोेरोना से मौत हो गयी. मरने वालों में पति पत्नी और दो बेटे हैं.

वहीं कॉलोनी के लोगों ने एक निजी अस्पताल पर लापरवाही बरतने का आराेप लगाया है. उनका कहना है कि अस्पताल प्रबंधन ने पांच लाख रुपए का बिल बनाया था. ढाई लाख रुपये कॉलोनी के लोगों ने जमा भी किए, बावजूद देरशाम तक अस्पताल शव देने को तैयार नहीं था.

ये भी पढ़िए: पश्चिम विहार: ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी के आरोप में 2 गिरफ्तार, 6 सिलेंडर बरामद

फ्रंटियर कॉलोनी निवासी अजय अरोड़ा ने बताया कि उनकी कॉलोनी में महिपाल का परिवार रहता था. ये पूरा परिवार कोरोना की चपेट में आ गया. 23 अप्रैल को महिपाल की कोरोना से मौत हो गई. तीन दिन बाद उनकी पत्नी भारती ने भी कोरोना से दम तोड़ दिया. इसके बाद इनके दोनों बेटे विपुल और रोहित भी कोरोना की चपेट में आ गए.

ये भी पढ़िए: ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी करने वाले 4 गिरफ्तार, 170 कंसंट्रेटर बरामद

विपुल को एनआईटी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां चार दिन पहले उसकी मौत हो गई. सबसे छोटा बेटा रोहित को सोहना रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. शुक्रवार को उसने भी दम तोड़ दिया. अजय अरोड़ा का आरोप है कि निजी अस्पताल प्रबंधन ने 5 लाख रुपये का बिल बनाया था. कॉलोनी के लोगों ने मिलकर ढाई लाख रुपये जमा किए बावजूद इसके देर शाम तक शव नहीं दिया गया.

नई दिल्ली/फरीदाबाद: फरीदाबाद के फ्रंटियर काॅलोनी से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. जहां कोरोना की वजह से एक हंसता खेलता परिवार बिखर गया. दस दिन के अंदर परिवार के चार लोगों की कोेरोना से मौत हो गयी. मरने वालों में पति पत्नी और दो बेटे हैं.

वहीं कॉलोनी के लोगों ने एक निजी अस्पताल पर लापरवाही बरतने का आराेप लगाया है. उनका कहना है कि अस्पताल प्रबंधन ने पांच लाख रुपए का बिल बनाया था. ढाई लाख रुपये कॉलोनी के लोगों ने जमा भी किए, बावजूद देरशाम तक अस्पताल शव देने को तैयार नहीं था.

ये भी पढ़िए: पश्चिम विहार: ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी के आरोप में 2 गिरफ्तार, 6 सिलेंडर बरामद

फ्रंटियर कॉलोनी निवासी अजय अरोड़ा ने बताया कि उनकी कॉलोनी में महिपाल का परिवार रहता था. ये पूरा परिवार कोरोना की चपेट में आ गया. 23 अप्रैल को महिपाल की कोरोना से मौत हो गई. तीन दिन बाद उनकी पत्नी भारती ने भी कोरोना से दम तोड़ दिया. इसके बाद इनके दोनों बेटे विपुल और रोहित भी कोरोना की चपेट में आ गए.

ये भी पढ़िए: ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी करने वाले 4 गिरफ्तार, 170 कंसंट्रेटर बरामद

विपुल को एनआईटी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां चार दिन पहले उसकी मौत हो गई. सबसे छोटा बेटा रोहित को सोहना रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. शुक्रवार को उसने भी दम तोड़ दिया. अजय अरोड़ा का आरोप है कि निजी अस्पताल प्रबंधन ने 5 लाख रुपये का बिल बनाया था. कॉलोनी के लोगों ने मिलकर ढाई लाख रुपये जमा किए बावजूद इसके देर शाम तक शव नहीं दिया गया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.