नई दिल्ली/फरीदाबाद: जहां देश में एक तरफ कोरोनावायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, वही फरीदाबाद में निजी अस्पतालों की मनमानी के चलते लोगों को निजी अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों के लिए बेड नहीं मिल रहे हैं.
निजी अस्पतालों की इसी मनमानी को खत्म करने के लिए स्वास्थ्य विभाग फरीदाबाद की तरफ से सभी को चिट्ठी लिखकर चेतावनी दी गई है कि सभी अस्पताल गुरुग्राम मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) पोर्टल पर अपडेट करें और अस्पताल के रिसेप्शन पर यह भी डिस्प्ले करें कि हॉस्पिटल में कितने बेड खाली हैं.
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फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों के प्रति सख्त रवैया अपनाते हुए अस्पतालों को पत्र लिखकर चेतावनी जारी की है और कहा है कि अस्पताल की रिसेप्शन पर यह डिस्प्ले किया जाए कि कोविड-19 के लिये बनाए गए कितने बेड अस्पताल के अंदर हैं और उनमें से कितने भरे हुए हैं और कितनी खाली हैं. साथ ही यह भी चेताया गया है कि अगर बेड खाली होने के बाद भी किसी मरीज को बेड नहीं दिया गया और उसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग को मिली तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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फरीदाबाद मुख्य सिविल सर्जन डॉक्टर संदीप सिंह पूनिया ने बताया कि फरीदाबाद में सभी प्रकार के बेडों को मिलाकर 6949 बेड है. जिसमें आइसोलेशन बेड और आईसीयू वाले बेड साथ ही वेंटिलेटर बेड शामिल है. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में 792 आइसोलेशन बेड विभिन्न अस्पतालों में खाली है और इसके साथ ही 83 आईसीयू वाले बेड खाली है.
शहर में 79 वेंटीलेटर के बेड खाली है स्वास्थ्य विभाग की तरफ से से एक मोबाइल नंबर भी जारी किया गया है. 9560929787 इस नंबर पर अगर किसी को खाली होने के बाद भी बेड नहीं मिलता है तो वह शिकायत कर सकता है. स्वास्थ्य विभाग ने फरीदाबाद के निजी अस्पतालों को पत्र लिखकर चेतावनी देते हुए कहा कि कोविड-19 गए खाली बेडों को मरीजों को ही दिया जाए.