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फरीदाबाद में बढ़ते कोरोना के खतरे को देखते हुए अतिरिक्त सचिव ने दिए कई निर्देश - faridabad rajeev arora on corona

फरीदाबाद में बढ़ते कोरोना के खतरे को देखते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने प्रशासन को कई दिशा निर्देश दिए हैं.

Faridabad
फरीदाबाद
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Published : Jul 16, 2020, 10:44 PM IST

नई दिल्ली/फरीदाबाद: प्रदेश में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले गुरुग्राम और फरीदाबाद से सामने आ रहे हैं. बढ़ते कोरोना के खतरे को देखते हुए प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने प्रशासन को कई दिशा निर्देश दिए हैं.

उन्होंने कहा कि किसी भी कोरोना पॉजिटिव मरीज को बाहर निकलने ना दें. बता दें कि, एसीएस वीरवार को स्थानीय लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में फरीदाबाद, पलवल और रेवाड़ी जिलों में कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे प्रबंधों की समीक्षा कर तीनों जिलों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे.

उन्होंने कहा कि सभी जिलों में जमीनी स्तर पर एसडीएम, बीडीपीओ और तहसीलदारों से सर्वे की रिपोर्ट ली जाए. सर्वे कार्य के लिए एएनएम, जीएनएम, आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर और आंगनबाड़ी सहायकों की पांच टीमों पर एक सुपरवाइजर है और 50 टीमों पर एक मेडिकल ऑफिसर लगाया जाए. इन टीमों के माध्यम से कोविड-19 के संक्रमण से चिन्हित लोगों को मोबाइल टीमों द्वारा आइसोलेट का प्रबंध करवाना सुनिश्चित करें.

उन्होंने कहा कि जिन लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण दिखाई दें, तो उनका टेस्ट जरूर करवाएं. आरोग्य सेतु ऐप सहित स्वास्थ्य विभाग की अन्य ऐप पर वास्तविक स्थिति के बारे में भी सभी जिलों की पूरी रिपोर्ट अपडेट रखें. साथ ही हॉट स्पॉट एरिया पर पहले ही हर रोज नियमित कार्य शुरू कर दें.

नई दिल्ली/फरीदाबाद: प्रदेश में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले गुरुग्राम और फरीदाबाद से सामने आ रहे हैं. बढ़ते कोरोना के खतरे को देखते हुए प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने प्रशासन को कई दिशा निर्देश दिए हैं.

उन्होंने कहा कि किसी भी कोरोना पॉजिटिव मरीज को बाहर निकलने ना दें. बता दें कि, एसीएस वीरवार को स्थानीय लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में फरीदाबाद, पलवल और रेवाड़ी जिलों में कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे प्रबंधों की समीक्षा कर तीनों जिलों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे.

उन्होंने कहा कि सभी जिलों में जमीनी स्तर पर एसडीएम, बीडीपीओ और तहसीलदारों से सर्वे की रिपोर्ट ली जाए. सर्वे कार्य के लिए एएनएम, जीएनएम, आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर और आंगनबाड़ी सहायकों की पांच टीमों पर एक सुपरवाइजर है और 50 टीमों पर एक मेडिकल ऑफिसर लगाया जाए. इन टीमों के माध्यम से कोविड-19 के संक्रमण से चिन्हित लोगों को मोबाइल टीमों द्वारा आइसोलेट का प्रबंध करवाना सुनिश्चित करें.

उन्होंने कहा कि जिन लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण दिखाई दें, तो उनका टेस्ट जरूर करवाएं. आरोग्य सेतु ऐप सहित स्वास्थ्य विभाग की अन्य ऐप पर वास्तविक स्थिति के बारे में भी सभी जिलों की पूरी रिपोर्ट अपडेट रखें. साथ ही हॉट स्पॉट एरिया पर पहले ही हर रोज नियमित कार्य शुरू कर दें.

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