नई दिल्ली/फरीदाबाद: बल्लभगढ़ में निकिता नाम की कॉलेज छात्रा की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या मामले ने हरियाणा में बेटी की सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं. एग्जाम देकर बाहर आ रही छात्रा को गोली मारने वाले दोनों आरोपियों को पुलिस ने तो गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन इंसाफ की गुहार अभी भी लगाई जा रही है. ईटीवी भारत की टीम घटनास्थल पर पहुंची और वहां हुए हादसे सिलसिलेवार तरीके से बताया.
ऐसे हुई थी निकिता की हत्या
बता दें कि बल्लभगढ़ के अग्रवाल कॉलेज से सोमवार शाम के 4 बजे के आसपास निकिता पेपर देकर बाहर निकली थी और उसी दौरान दोनों आरोपी रेहान और तौसीफ घात लगाकर उसके आने का इंतजार कर रहे थे. जैसे ही निकिता कॉलेज के गेट से बाहर निकल कर आगे की तरफ चली. तभी दोनों आरोपी कार से बाहर निकले और निकिता को जबरन गाड़ी के अंदर बैठाने की कोशिश की, लेकिन निकिता के विरोध के चलते वे उसे गाड़ी में नहीं बैठा पाए.
कनपटी पर मारी थी गोली
इसके बाद जब आरोपी उसे कार में बैठाने में नाकाम रहे तो तौसीफ नाम के मुख्य आरोपी ने पिस्तौल निकालकर निकिता के कनपटी पर गोली मार दी. जिससे वो गंभीर रूप से घायल होकर वहीं पर गिर गई. निकिता के साथ उसकी एक दोस्त भी थी. इस दौरान वहां कई राहगीर आ जा रहे थे लेकिन किसी ने आरोपियों को रोकने या पकड़ने की कोशिश नहीं की. निकिता के जमीन पर गिरने के बाद दोनों आरोपी तौसीफ और रेहान गाड़ी में बैठ मौके से भाग निकले.
छात्रा ने अस्पताल में तोड़ा था दम
जब तक निकिता को अस्पताल लेकर गए तब तक वह दम तोड़ चुकी थी. ये पूरी वारदात वहां लगे सीसीटीवी में कैद हो गई. दिनदहाड़े हुई इस वारदात से पूरा बल्लभगढ़ शहर हिल गया क्योंकि जिस जगह पर इस वारदात को अंजाम दिया गया वहां पर लोगों का भारी संख्या में आवागमन रहता है, लेकिन किसी ने भी आरोपियों को पकड़ने की कोशिश नहीं की ना ही निकिता को उनके चंगुल से निकालने की कोशिश की.
एसआईटी हुई गठित, फिर भी न्याय की गुहार
इसके बाद परिजनों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. परिजनों का आरोप है कि आरोपी छात्रा पर शादी का दबाव बना रहा था. पुलिस ने दोनों आरोपियों को मेवात से गिरफ्तार कर लिया है और परिजनों की मांग है कि उनके केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होनी चाहिए और दोषियों को फांसी मिलनी चाहिए. हरियाणा सरकार ने मामले की एसआईटी (SIT) जांच कराए जाने के आदेश दिए हैं.