नई दिल्ली/फरीदाबाद: दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा एक उपभोक्ता को करीब 14 हजार रु. का बिल भेजा गया था. लेकिन जब उपभोक्ता बिजली बिल को भरने गया तो निगम के कर्मचारियों ने बिल भरने से साफ तौर पर इंकार कर दिया.
73 लाख का बिल देख उपभोक्ता के उड़े होश
उपभोक्ता की मानें तो जब उन्होंने बिजली निगम के अधिकारियों से बिल ना भरने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि बिल करीब 14 हजार का नहीं, बल्कि 73 लाख 92 हजार का है. ये सुनते ही उपभोक्ता के होश उड़ गए. उपभोक्ता का कहना है कि कर्मचारी कई उपभोक्ताओं से पैसे लेकर बिल सही करके उन्हें दे रहे थे. जबकि उन्होंने कई बार निगम अधिकारियों से शिकायत की लेकिन उनका बिल अधिकारियों ने सही नहीं किया.
बिजली निगम ने मानी गलती
हालांकि बिजली निगम के अधिकारियों ने अपनी गलती मानते हुए जल्द ही सभी उपभोक्ताओं के बिलों को ठीक करने की बात कही है. बिजली निगम के यूडीसी क्लर्क ने बताया कि तकनीकी कारणों से 121 उपभोक्ताओं को इस तरह के बिल भेजे गए हैं, लेकिन अब इन बिलों को सही करने का काम किया जा रहा है और जल्द ही सारे बिलों को सही कर दिया जाएगा.