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MCD चुनाव के लिए तैयार रोटेशन पॉलिसी पर दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने उठाए सवाल

दिल्ली में MCD चुनाव की तैयारी शुरू हाे गयी है. चुनाव आयाेग (Delhi Election Commission meeting)ने रोटेशन पॉलिसी (Rotation Policy in Delhi MCD Elections) की घोषणा कर दी है. रोटेशन पॉलिसी को लेकर निगम पार्षदों के साथ ही निगम चुनाव की राजनीति करने वाले नेताओं की धड़कनें तेज हो गई है. दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष (Delhi Pradesh Congress Committee President Anil Chaudhary) ने इस राेटेशन पालिसी काे लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा पर दाेनाें पर हमला किया है.

दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष
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Published : Jan 26, 2022, 6:36 PM IST

नई दिल्लीः दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने (Delhi Pradesh Congress Committee President Anil Chaudhary) आरोप लगाया कि भाजपा और आम आदमी पार्टी ने मिलकर दिल्ली नगर निगम चुनावों में सीटों की रोटेशन के लिए (Rotation Policy in Delhi MCD Elections) रजामंदी दी है. ये दोनों पार्टियां जानती हैं कि उनके ज्यादातर पार्षद से लाेग नाराज हैं. दिल्ली की जनता उनके बारे में अच्छी तरह जान चुकी है. अगर इस बार भाजपा और आम आदमी पार्टी के पार्षद फिर से उन्हीं सीटों पर लड़े तो हार जाएंगे. इसलिए अब इन दोनों पार्टियों काे उन पार्षदों के टिकट काटने के लिए वार्ड रोटेशन का बहाना मिल जाएगा.


अनिल चौधरी ने कहा कि जिस तरह वर्ष 2017 के पिछले चुनाव में नगर निगम में भाजपा ने 272 निगम वार्डों में से 271 नए उम्मीदवारों को चुनाव लड़ाया था और तमाम जीते हुए पार्षद जो कि बदनाम हाे चुके थे उनके टिकट काट दिए थे. उन्होंने कहा कि वार्डों के रोटेशन (Rotation Policy in Delhi MCD Elections) में जो अनियमितता की गई है उससे यह साफ जाहिर होता है कि दिल्ली चुनाव आयोग (Delhi Election Commission meeting) आप पार्टी की सरकार और भाजपा सरकार के दबाव में काम कर रहा है. अगर ऐसा नहीं है तो वार्ड जनसंख्या के आधार पर वार्ड सीट आरक्षण की जो नियमावली है उसका पालन किए बगैर वार्ड में सीटों का आवंटन भाजपा और आप पार्टी के मनमुताबिक किया है.

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी के आराेप.

इसे भी पढ़ेंः दिल्ली नगर निगम की राजनीति करने वाले नेताओं की नजर चुनाव आयोग पर, वजह जानिये

उन्होंने कहा कि इस बार नगर निगम में वार्डों में सीटों का आवंटन गलत तरीके से महिला सीट को पुरुष और पुरुष सीट को महिला सीट में तब्दील कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि नगर निगमों में सीटों के आरक्षण के लिए वार्ड जनसंख्या के आधार पर जो नियमावली है उसका पालन नहीं किया गया है. अनिल चौधरी ने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी के अरोप-प्रत्यारोप के कारण सफाई कर्मचारियों, शिक्षकों, नर्सों और डॉक्टरों सहित एमसीडी कर्मचारियों को कई महीनों तक वेतन तक नहीं मिला. दिल्ली सरकार ने महीनों तक एमसीडी को फंड जारी नहीं किया था और इन कर्मचारियों को अपना वेतन पाने के लिए अक्सर हड़ताल करनी पड़ती थी.

इसे भी पढ़ेंः दिल्ली की सड़कों पर लगे पोस्टर, आदेश गुप्ता ने कब्जाई नगर निगम की जमीन

अनिल चौधरी ने कहा कि एमसीडी के कोरोना वारियर्स जो ड्यूटी के दौरान मारे गए हैं उनको अभी तक दिल्ली सरकार द्वारा घोषित एक करोड़ रुपये मुआवजे का भुगतान नहीं किया गया है. आप के पार्षदों ने एमसीडी की प्रमुख संपत्तियों को औने-पौने दामों पर बेचने में भाजपा के साथ गठबंधन किया है. अनिल चौधरी ने कहा कि भाजपा और आप की रणनीति इस बार दिल्ली के मतदाताओं के आगे काम नहीं करेगी. दिल्ली की जनता इस बार भाजपा और दिल्ली सरकार की अक्षमता के बारे में आच्छी तरह से जान चुकी है.


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नई दिल्लीः दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने (Delhi Pradesh Congress Committee President Anil Chaudhary) आरोप लगाया कि भाजपा और आम आदमी पार्टी ने मिलकर दिल्ली नगर निगम चुनावों में सीटों की रोटेशन के लिए (Rotation Policy in Delhi MCD Elections) रजामंदी दी है. ये दोनों पार्टियां जानती हैं कि उनके ज्यादातर पार्षद से लाेग नाराज हैं. दिल्ली की जनता उनके बारे में अच्छी तरह जान चुकी है. अगर इस बार भाजपा और आम आदमी पार्टी के पार्षद फिर से उन्हीं सीटों पर लड़े तो हार जाएंगे. इसलिए अब इन दोनों पार्टियों काे उन पार्षदों के टिकट काटने के लिए वार्ड रोटेशन का बहाना मिल जाएगा.


अनिल चौधरी ने कहा कि जिस तरह वर्ष 2017 के पिछले चुनाव में नगर निगम में भाजपा ने 272 निगम वार्डों में से 271 नए उम्मीदवारों को चुनाव लड़ाया था और तमाम जीते हुए पार्षद जो कि बदनाम हाे चुके थे उनके टिकट काट दिए थे. उन्होंने कहा कि वार्डों के रोटेशन (Rotation Policy in Delhi MCD Elections) में जो अनियमितता की गई है उससे यह साफ जाहिर होता है कि दिल्ली चुनाव आयोग (Delhi Election Commission meeting) आप पार्टी की सरकार और भाजपा सरकार के दबाव में काम कर रहा है. अगर ऐसा नहीं है तो वार्ड जनसंख्या के आधार पर वार्ड सीट आरक्षण की जो नियमावली है उसका पालन किए बगैर वार्ड में सीटों का आवंटन भाजपा और आप पार्टी के मनमुताबिक किया है.

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी के आराेप.

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उन्होंने कहा कि इस बार नगर निगम में वार्डों में सीटों का आवंटन गलत तरीके से महिला सीट को पुरुष और पुरुष सीट को महिला सीट में तब्दील कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि नगर निगमों में सीटों के आरक्षण के लिए वार्ड जनसंख्या के आधार पर जो नियमावली है उसका पालन नहीं किया गया है. अनिल चौधरी ने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी के अरोप-प्रत्यारोप के कारण सफाई कर्मचारियों, शिक्षकों, नर्सों और डॉक्टरों सहित एमसीडी कर्मचारियों को कई महीनों तक वेतन तक नहीं मिला. दिल्ली सरकार ने महीनों तक एमसीडी को फंड जारी नहीं किया था और इन कर्मचारियों को अपना वेतन पाने के लिए अक्सर हड़ताल करनी पड़ती थी.

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अनिल चौधरी ने कहा कि एमसीडी के कोरोना वारियर्स जो ड्यूटी के दौरान मारे गए हैं उनको अभी तक दिल्ली सरकार द्वारा घोषित एक करोड़ रुपये मुआवजे का भुगतान नहीं किया गया है. आप के पार्षदों ने एमसीडी की प्रमुख संपत्तियों को औने-पौने दामों पर बेचने में भाजपा के साथ गठबंधन किया है. अनिल चौधरी ने कहा कि भाजपा और आप की रणनीति इस बार दिल्ली के मतदाताओं के आगे काम नहीं करेगी. दिल्ली की जनता इस बार भाजपा और दिल्ली सरकार की अक्षमता के बारे में आच्छी तरह से जान चुकी है.


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