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आईएसएफटी 2020 का आगाज, 400 प्रतिभागी ले रहे हिस्सा - फरीदाबाद की बोस यूनिवर्सिटी में आईएफएफटी 2020

आईएसएफटी 2020 आज से फरीदाबाद के जेसी बोस विश्वविद्यालय में आयोजित किया जा रहा है. सम्मेलन में देश और विदेशों से लगभग 400 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे है. जिसमें से 50 विदेशी प्रतिभागी हैं.

8th international conference of ISFT in faridabad
आईएसएफटी 2020 का आगाज, 400 प्रतिभागी ले रहे हिस्सा
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Published : Jan 6, 2020, 11:38 PM IST

नई दिल्ली/फरीदाबाद: जे.सी. बोस वाईएमसीए विश्वविद्यालय में 8वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (आईएसएफटी 2020) आयोजित किया जा रहा है. ये सम्मेलन 6 जनवरी से 10 जनवरी तक आयोजित किया जायेगा. सम्मेलन में देश और विदेशों से लगभग 400 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे. जिनमें अमेरिका, साउथ कोरिया, फ्रांस, थाईलैंड, इटली, जर्मनी सहित कई देशों से लगभग 50 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे.

आईएसएफटी 2020 का आगाज, 400 प्रतिभागी ले रहे हिस्सा

कई देशों के 50 प्रतिभागी लेंगे हिस्सा
जे.सी. बोस वाईएमसीए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने बताया कि पहली बार वाईएमसीए विश्वविद्यालय में बड़े स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. आईएसएफटी-2020 के उद्घाटन सत्र में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पूर्व चेयरमैन डॉ. वेद प्रकाश मुख्य अतिथि होंगे. इसके अलावा, एआईसीटीई के वाइस चेयरमैन डॉ. एम.पी. पुनिया, एनआईटी हमीरपुर के निदेशक डॉ. राकेश सहगल और डेकेन इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ कंवलजीत जावा सम्मानित अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे.

ये सम्मेलन अकादमिक और शोध संस्थानों, औद्योगिक विशेषज्ञों, प्रबंधकों, इंजीनियरों के लिए मंच उपलब्ध करवायेगा. साथ ही विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में मौजूदा चुनौतियों के लिए समाधान प्रदान करेगा.

सम्मेलन में होंगे कुल 17 सत्र
सम्मेलन के दौरान कुल 17 सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिसमें 11 तकनीकी सत्र, चार प्लेनरी (परिपूर्ण) सत्र और दो पोस्टर प्रस्तुति सत्र शामिल हैं. सभी तकनीकी सत्रों में लगभग 400 शोधकर्ताओें के 200 से ज्यादा शोध पत्र रखे जाएंगे, जिसमें भारत, अमेरिका, साउथ कोरिया, फ्रांस, थाईलैंड, इटली, जर्मनी, ईरान, नाइजीरिया, साउदी अरब और म्यांमार शामिल हैं.

कई विषयों पर सम्मेलन में होगी चर्चा
सम्मेलन में तकनीकी सत्रों के दौरान जिन विषयों पर चर्चा होगी, उनमें ऊर्जा और ताप प्रणाली में उन्नति, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के डिजाइन और विश्लेषण, सिविल और एनवायरमेंट इंजीनियरिंग, प्रोड्क्शन और इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग शामिल हैं.

नई दिल्ली/फरीदाबाद: जे.सी. बोस वाईएमसीए विश्वविद्यालय में 8वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (आईएसएफटी 2020) आयोजित किया जा रहा है. ये सम्मेलन 6 जनवरी से 10 जनवरी तक आयोजित किया जायेगा. सम्मेलन में देश और विदेशों से लगभग 400 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे. जिनमें अमेरिका, साउथ कोरिया, फ्रांस, थाईलैंड, इटली, जर्मनी सहित कई देशों से लगभग 50 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे.

आईएसएफटी 2020 का आगाज, 400 प्रतिभागी ले रहे हिस्सा

कई देशों के 50 प्रतिभागी लेंगे हिस्सा
जे.सी. बोस वाईएमसीए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने बताया कि पहली बार वाईएमसीए विश्वविद्यालय में बड़े स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. आईएसएफटी-2020 के उद्घाटन सत्र में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पूर्व चेयरमैन डॉ. वेद प्रकाश मुख्य अतिथि होंगे. इसके अलावा, एआईसीटीई के वाइस चेयरमैन डॉ. एम.पी. पुनिया, एनआईटी हमीरपुर के निदेशक डॉ. राकेश सहगल और डेकेन इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ कंवलजीत जावा सम्मानित अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे.

ये सम्मेलन अकादमिक और शोध संस्थानों, औद्योगिक विशेषज्ञों, प्रबंधकों, इंजीनियरों के लिए मंच उपलब्ध करवायेगा. साथ ही विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में मौजूदा चुनौतियों के लिए समाधान प्रदान करेगा.

सम्मेलन में होंगे कुल 17 सत्र
सम्मेलन के दौरान कुल 17 सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिसमें 11 तकनीकी सत्र, चार प्लेनरी (परिपूर्ण) सत्र और दो पोस्टर प्रस्तुति सत्र शामिल हैं. सभी तकनीकी सत्रों में लगभग 400 शोधकर्ताओें के 200 से ज्यादा शोध पत्र रखे जाएंगे, जिसमें भारत, अमेरिका, साउथ कोरिया, फ्रांस, थाईलैंड, इटली, जर्मनी, ईरान, नाइजीरिया, साउदी अरब और म्यांमार शामिल हैं.

कई विषयों पर सम्मेलन में होगी चर्चा
सम्मेलन में तकनीकी सत्रों के दौरान जिन विषयों पर चर्चा होगी, उनमें ऊर्जा और ताप प्रणाली में उन्नति, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के डिजाइन और विश्लेषण, सिविल और एनवायरमेंट इंजीनियरिंग, प्रोड्क्शन और इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग शामिल हैं.

Intro:फरीदाबाद के जे.सी. बोस वाईएमसीए विश्वविद्यालय में 8वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (आईएसएफटी-2020) आयोजित किया जा रहा है, जो कि कई बडे शिक्षण संस्थानों के सहयोग से 6 से 10 जनवरी तक आयोजित किया जायेगा। सम्मेलन में देश और विदेशों से लगभग 400 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। जिनमें अमेरिका, साउथ कोरिया, फ्रांस, थाईलैंड, इटली, जर्मनी सहित विभिन्न देशों से लगभग 50 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। यह जानकारी कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए दी।

Body:वीओ - कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने बताया कि पहली बार वाईएमसीए विश्वविद्यालय में बड़े स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। आईएसएफटी-2020 के उद्घाटन सत्र में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पूर्व चेयरमैन डाॅ. वेद प्रकाश मुख्य अतिथि होंगे। इसके अलावा, एआईसीटीई के वाइस चेयरमैन डाॅ. एम.पी. पुनिया, एनआईटी हमीरपुर के निदेशक डाॅ राकेश सहगल और डेकेन इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ कंवलजीत जावा सम्मानित अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे।
यह सम्मेलन अकादमिक एवं शोध संस्थानों, औद्योगिक विशेषज्ञों, प्रबंधकों, इंजीनियरों इत्यादि के लिए मंच उपलब्ध करवायेगा तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में मौजूदा चुनौतियों के लिए समाधान प्रदान करेगा।
सम्मेलन के दौरान कुल 17 सत्र आयोजित किये जायेंगे, जिसमें 11 तकनीकी सत्र, चार प्लेनरी (परिपूर्ण) सत्र तथा दो पोस्टर प्रस्तुति सत्र शामिल है। सभी तकनीकी सत्रों में लगभग 400 शोधकर्ताओें के 200 से ज्यादा शोध पत्र रखे जायेंगे, जिसमें भारत, अमेरिका, साउथ कोरिया, फ्रांस, थाईलैंड, इटली, जर्मनी, ईरान, नाइजीरिया, साउदी अरब तथा म्यांमार शामिल हैं।
सम्मेलन तकनीकी सत्रों के दौरान जिन विषयों पर चर्चा होंगे, उनमें ऊर्जा एवं ताप प्रणाली में उन्नति, कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के डिजाइन एवं विश्लेषण, सिविल एवं एनवायरमेंट इंजीनियरिंग, प्रोड्क्शन एवं इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्राॅनिक्स इंजीनियरिंग तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अन्य क्षेत्र शामिल हैं।

बाईट - प्रो. दिनेश कुमार, कुलपति जे.सी. बोस वाईएमसीए विश्वविद्यालय।Conclusion:hr_far_02_ymca_pc_pkg_7203403
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