नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना संक्रमण की रफ्तार लगातार तेज होती जा रही है. हर दिन कोरोना नया रिकॉर्ड बना रहा है. बीते 24 घंटे के दौरान ही 4473 नए मामले सामने आए हैं. गंभीर होती स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार ने दो और अस्पतालों में पूर्णा का इलाज कराने का फैसला किया है. डीडीयू अस्पताल और बीएचए अस्पताल को कोरोना के लिए डेडिकेट किया गया है.
कोविड अस्पताल हुए DDU और BHA
अब दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल (डीडीयू) के 100 बेड्स और बाबा साहब अंबेडकर अस्पताल (बीएचए) के 100 बेड्स पर कोरोना मरीजों का इलाज होगा. दोनों अस्पतालों के मेडिकल डायरेक्टर व मेडिकल सुपरिटेंडेंट को निर्देश दिया गया है कि वे 19 सितंबर तक अपने-अपने अस्पतालों के 100 बेड को कोरोना ट्रीटमेंट के हिसाब से तैयार करवाएं.
अभी खाली हैं 7738 बेड
बता दें कि अभी दिल्ली के सभी कोरोना अस्पतालों को मिलाकर कुल 14521 बेड हैं. इनमें से 6783 पर अभी मरीज हैं. वहीं 7738 बेड अभी खाली हैं, लेकिन जिस रफ्तार से कोरोना संक्रमण के आंकड़े दिल्ली में बढ़ रहे हैं, दिल्ली सरकार पहले से अपनी तैयारियों को दुरुस्त रखना चाहती है. गौरतलब है कि बीते हफ्ते ही दिल्ली के 33 बड़े प्राइवेट अस्पतालों को 80 फीसदी आईसीयू बेड कोरोना के लिए रिजर्व करने का आदेश दिया गया था.
जारी हुआ था बेड बढ़ाने का आदेश
इसके अलावा, दिल्ली के सभी कोरोना अस्पतालों को बेड बढ़ाने का भी आदेश दिया गया था. दिल्ली सरकार ने सभी कोरोना अस्पतालों को कहा था कि वे अपने कोरोना बेड्स में 30 फीसदी तक का इजाफा कर सकते हैं. यानी, पहले से अगर किसी अस्पताल के 100 बेड पर कोरोना मरीजों का इलाज हो रहा है, तो वह अब 130 बेड पर कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व कर सकेगा.