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दिल्ली में 10 साल से फरार बदमाश गिरफ्तार, गाजियाबाद में दो चीटर धरे गए

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Published : Jul 5, 2021, 10:59 PM IST

अशोक विहार थाना पुलिस ने 10 साल पुराने हत्या के मामले में भगोड़े आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर बिहार के बेगूसराय में छापेमारी कर आरोपी को धर दबोचा. इसके अलावा गाजियाबाद की कौशांबी पुलिस ने भी बैंक से फ्रॉड करने वाले दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है.

दिल्ली में 10 साल से फरार बदमाश गिरफ्तार
दिल्ली में 10 साल से फरार बदमाश गिरफ्तार

नई दिल्ली/गाजियाबाद : अशोक विहार थाना पुलिस ने 10 साल पुराने हत्या के मामले में भगोड़े आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर बिहार के बेगूसराय में छापेमारी कर आरोपी को धर दबोचा. आरोपी की पहचान शत्रुघ्न के रूप में हुई जोकि 10 सालों से अपनी लोकेशन बदल-बदल कर दे रहा था.


अशोक विहार थाना पुलिस ने 10 साल से हत्या के मामले में फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी 2011 में रोहिणी कोर्ट से फरार हो गया था, जिसके बाद अप्रैल 2012 में न्यायालय द्वारा सुशील अनुज त्यागी की रोहिणी कोर्ट ने आरोपी को भगोड़ा घोषित कर दिया. जिसके बाद आरोपी लगातार अपने ठिकाने बदलता रहा और अपनी पहचान छिपाकर अलग-अलग राज्यों में रहा. दिल्ली पुलिस को इस आरोपी की करीब 10 साल से तलाश थी. आखिरकार अशोक विहार थाना पुलिस की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.

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इसके साथ ही गाजियाबाद की कौशांबी पुलिस के पास एक कंपनी की तरफ से शिकायत दर्ज कराई गई थी. इस मामले में पुलिस ने जांच की और दो आरोपियों को पकड़ लिया, जिनके नाम देव और कुलदीप हैं. दोनों आरोपी CMS कंपनी में कस्टोडियन के पद पर नियुक्त हैं. जिनका काम अलग-अलग बैंकों में एटीएम मशीनों में कैश डालने का है.

दोनों आरोपियों ने अपने एक साथी अजय के कहने पर बैंक के एटीएम में पूरा कैश लोड नहीं किया था और उसमें से 6 लाख 65 हज़ार 500 रुपये का फ्रॉड कर लिया. आरोपियों का तीसरा साथी अजय अलग-अलग बैंकों के एटीएम में मेंटेनेंस का काम देखने वाला इंजीनियर है, जिसकी तलाश की जा रही है. आरोपियों से 27500 रुपये बरामद किए गए हैं.

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बताया जा रहा है कि जब आरोपियों ने यह गबन किया तो उन्हें पकड़े जाने का डर सताने लगा. कहीं मामला खुल ना जाए इसके चलते आरोपियों ने करीब छह लाख रुपये कंपनी को वापस लौटा दिया था. इस बीच आरोपियों के साथ प्लान तैयार करने वाला इंजीनियर अजय फरार हो गया. इसलिए 65,500 रुपये आरोपी नहीं लौटा पाए और आखिरकार सलाखों के पीछे जाना पड़ा. अजय की तलाश पुलिस कर रही है.

नई दिल्ली/गाजियाबाद : अशोक विहार थाना पुलिस ने 10 साल पुराने हत्या के मामले में भगोड़े आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर बिहार के बेगूसराय में छापेमारी कर आरोपी को धर दबोचा. आरोपी की पहचान शत्रुघ्न के रूप में हुई जोकि 10 सालों से अपनी लोकेशन बदल-बदल कर दे रहा था.


अशोक विहार थाना पुलिस ने 10 साल से हत्या के मामले में फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी 2011 में रोहिणी कोर्ट से फरार हो गया था, जिसके बाद अप्रैल 2012 में न्यायालय द्वारा सुशील अनुज त्यागी की रोहिणी कोर्ट ने आरोपी को भगोड़ा घोषित कर दिया. जिसके बाद आरोपी लगातार अपने ठिकाने बदलता रहा और अपनी पहचान छिपाकर अलग-अलग राज्यों में रहा. दिल्ली पुलिस को इस आरोपी की करीब 10 साल से तलाश थी. आखिरकार अशोक विहार थाना पुलिस की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.

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इसके साथ ही गाजियाबाद की कौशांबी पुलिस के पास एक कंपनी की तरफ से शिकायत दर्ज कराई गई थी. इस मामले में पुलिस ने जांच की और दो आरोपियों को पकड़ लिया, जिनके नाम देव और कुलदीप हैं. दोनों आरोपी CMS कंपनी में कस्टोडियन के पद पर नियुक्त हैं. जिनका काम अलग-अलग बैंकों में एटीएम मशीनों में कैश डालने का है.

दोनों आरोपियों ने अपने एक साथी अजय के कहने पर बैंक के एटीएम में पूरा कैश लोड नहीं किया था और उसमें से 6 लाख 65 हज़ार 500 रुपये का फ्रॉड कर लिया. आरोपियों का तीसरा साथी अजय अलग-अलग बैंकों के एटीएम में मेंटेनेंस का काम देखने वाला इंजीनियर है, जिसकी तलाश की जा रही है. आरोपियों से 27500 रुपये बरामद किए गए हैं.

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बताया जा रहा है कि जब आरोपियों ने यह गबन किया तो उन्हें पकड़े जाने का डर सताने लगा. कहीं मामला खुल ना जाए इसके चलते आरोपियों ने करीब छह लाख रुपये कंपनी को वापस लौटा दिया था. इस बीच आरोपियों के साथ प्लान तैयार करने वाला इंजीनियर अजय फरार हो गया. इसलिए 65,500 रुपये आरोपी नहीं लौटा पाए और आखिरकार सलाखों के पीछे जाना पड़ा. अजय की तलाश पुलिस कर रही है.

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