नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कच्ची कॉलोनियों की भरमार है, उन्हीं में से एक कच्ची कॉलोनी बादली विधानसभा की स्वामी श्रद्धानंद कॉलोनी है. जिसकी हालत बहुत ही बदहाल है और इलाके के लोग परेशान हैं, लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारी जनता की सुनने को तैयार नहीं हैं.
'विधायक से कई बार शिकायत की गई है'
स्थानीय लोगों ने विधायक के दावों की पोल खोलते हुए बताया कि विधायक ने दूसरी कॉलोनियों में काम कराया, लेकिन स्वामी श्रद्धानंद कॉलोनी में काम नहीं हुआ. लोगों ने कहा कि कॉलोनी की गलियां टूटी हुई है, नालियां टूटी हुई है, बारिश का पानी घरों में भरता है. जिसकी वजह से रात के अंधेरे में लोगों को चलते हुए चोट भी लगती है. जिसकी वजह से काफी परेशानी होती है. लोगों ने कहा कि इसके को लेकर स्थानीय विधायक से भी कई बार शिकायत की गई है, लेकिन समाधान होता नजर नहीं आ रहा है.
कॉलोनी की हालत बहुत ही बदहाल
ईटीवी भारत की टीम जब बादली विधानसभा की स्वामी श्रद्धानंद कॉलोनी में गई और देखा कि कॉलोनी की हालत बहुत ही बदहाल है. गलियां पूरी तरह से उखड़ी हुई हैं. कॉलोनी के लोगों का आरोप है कि ऑटो वाले भी यहां तक आने से मना कर देते हैं.
ईटीवी भारत से बात करते हुए लोगों ने बताया कि श्रद्धानंद कॉलोनी में चुनाव से पहले ही विधायक ने काम कराए थे. लेकिन चुनाव के बाद यहां पर कोई भी जनप्रतिनिधि दिखाई नहीं दिया, चाहे विधायक हो या निगम पार्षद. हालांकि दोनों ही प्रतिनिधि अलग-अलग पार्टियों से हैं और इलाके में विकास का दावा भी करते हैं.
लोगों की नाराजगी
लोगों की नाराजगी साफ बता रही है कि किस तरह का काम प्रतिनिधियों द्वारा इलाके में कराया गया है. श्रद्धानंद कॉलोनी की जनता दोनों ही प्रतिनिधियों के काम से नाखुश है. क्योंकि बारिश के दिनों में इलाके के लोगों को गंदे पानी के बीच से निकलना पड़ता है. नालियां टूटी हुई हैं तो नालियों का पानी घरों में घुस जाता है. बारिश के दिनों में मच्छरों से पैदा होने से लोग बीमार होते हैं.