नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के तीसरा पुस्ता सोनिया विहार पर दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा द्वारा नागरिक संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में एक काव्य सम्मलेन का आयोजन गया. कवियों ने कविता के माध्यम से इस कानून का विरोध करने वालों पर शब्दों के तीखे बाण छोड़े.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू, भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष एवंम उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी और जिला अध्यक्ष अजय महावर मौजूद रहे.
कवियों ने CAA को समझाया
तीसरा पुस्ता सोनिया विहार पर हुए काव्य सम्मलेन में कवि गौरव चौहान ने अपनी राष्ट्रवादी कविताओं से विपक्षी दलों पर हमले किए. कवि कुशल कुशवाहा ने सीएए का विरोध करने वालों को राष्ट्र भक्ति का पाठ पड़ने की सलाह दी. कवित्री डॉ अनामिका जैन अम्बर ने अपनी कविता के माध्यम से राहुल गांधी द्वारा सावकर पर किये ट्वीट पर आपत्ति जाहिर की.
कवि शम्भू शिखर ने अपनी हास्य कविताओं से अरविन्द केजरीवाल पर निशाना साधा, तो वहीं कवि अमित शर्मा कपिल मिश्रा के लिए वोट मांगते नजर आये. भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू ने भी अपनी कविताओं के माध्यम से विपक्षी दलों पर निशाना साधा.
सीएम केजरीवाल पर निशाना
काव्य सम्मलेन में कपिल मिश्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को धोखेबाज बताया. उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल ने बोला था कि जनता से पूछ कर बजट बनाया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. वहीं अरविन्द केजरीवाल के उस बयान पर भी उन्होंने आपत्ति जाहिर की जिसमे उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान भारत में हिन्दू शरणार्थी के तौर पर आतंकी भी भेज सकते हैं. मिश्रा ने केजरीवाल के खिलाफ आपत्तिजन शब्दों का भी प्रयोग किया.
'केजरीवाल दंगाइयों को जनता का धन देते हैं'
मनोज तिवारी ने दिल्ली के अग्निकांड को याद किया. अपनी कविता के माध्यम से उन्होंने दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी. हालांकि इस मौके पर भी वह राजनीति करते हुए नजर आये. उन्होंने अग्निकांड का मुख्य कारण अरविन्द केजरीवाल की विफलता को बताया. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि अरविन्द केजरीवाल दंगाइयों को जनता का धन देते हैं.
काव्य सम्मलेन का आनंद जनता और जनप्रतिनिधियों के साथ साथ जेबकतरों ने भी लिया. काव्य सम्मलेन में अचानक से लोगों के फोन गायब होने लगे. काव्य सम्मलेन में दो थानों खजूरी और सोनिया थानों के पुलिसकर्मियों को लोगों की सुरक्षा के लिए लगाया गया था. उसके बावजूद भी जेबकतरों ने लोगों के फोन चुरा लिए.