नई दिल्ली: चीन से एक साल की इंटर्नशिप समेत 6 वर्षीय एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर भारत लौटे 9000 छात्रों के लिए अच्छी खबर है. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने 2 सितंबर को एक एडवाइजरी जारी की है, जिसके तहत विदेशों से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने वाले छात्रों को भारत में कहीं भी प्रैक्टिस करने के लिए रजिस्ट्रेशन दी जा सकती है. पाठ्यक्रम के तहत अगर छात्रों ने विदेश से ही अपनी इंटर्नशिप भी पूरी की है तो उसकी भी मान्यता दी जाएगी.
इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट 1956 के सेक्शन 13 (3) के हवाले से मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने कहा है कि भारत के बाहर किसी भी मेडिकल कॉलेज से मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने वाले छात्रों को भारत के किसी भी हिस्से में प्रैक्टिस करने के लिए मान्यता देता है.
![Students doing MBBS from China will get registration in delhi](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8679785_photo1.jpg)
विदेशी मेडिकल क्वालिफिकेशन को मान्यता
विदेशी मेडिकल क्वालिफिकेशन को मान्यता देते हुए रजिस्ट्रेशन दिया जाएगा, जो इस एक्ट का उद्देश्य भी है. साथ में यह भी कहा गया है कि इसका मतलब यह नहीं है कि कोई भी किसी भी राज्य में आकर कर रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन कर सकता है. उसे भारत का नागरिक होना चाहिए, साथ ही जरूरी इंटर्नशिप भी पूरी करनी चाहिए चाहिए. चाहे विदेश में इंटर्नशिप की गई हो या देश में किसी भी अस्पताल से की गई हो, प्रैक्टिकल अनुभव जरूरी है.
![Students doing MBBS from China will get registration in delhi](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8679785_photo2.jpg)
छात्रों को दिया जाएगा रजिस्ट्रेशन
इस प्रोविजन के तहत एमसीआई ने कहा कि प्राइमरी मेडिकल क्वालिफिकेशन किसी विदेशी मेडिकल कॉलेज से प्राप्त की गई हो. उसी मेडिकल कॉलेज से 1 साल की इंटर्नशिप भी किया गया हो तो ऐसी स्थिति में भारत में कहीं भी प्रैक्टिस करने के लिए छात्रों को रजिस्ट्रेशन दिया जाएगा. लेकिन इसके लिए शर्त यह है कि जिस मेडिकल कॉलेज से विदेश में प्राइमरी मेडिकल क्वालिफिकेशन दी गई है. भारत सरकार उसकी पहचान करता हो. इसका मतलब यह हुआ कि जो छात्र भारत से बाहर किसी दूसरे देश से मेडिकल की पढ़ाई पूरी की हो और साथ में वहीं से अपना इंटर्नशिप भी पूरा कर रहा हो तो ऐसे छात्रों को रजिस्ट्रेशन देना अनिवार्य है.
डीएमसी से छात्रों को रजिस्ट्रेशन पाने की उम्मीद बढ़ी
मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया के इस नई एडवाइजरी से चीन से एमबीबीएस और इंटर्नशिप कर लौटे भारतीय छात्रों में उम्मीद की एक नई किरण दिखी है. एमसीआई लगातार ऐसे छात्रों के समर्थन में खुलकर सामने आया है. इस एडवाइजरी के बाद दिल्ली मेडिकल काउंसिल के पास इन छात्रों को रजिस्ट्रेशन देने के लिए कोई दूसरा विकल्प नहीं बचता है. एमसीआई की इस नई एडवाइजरी आने के बाद छात्र आशान्वित हो गए हैं. दिल्ली मेडिकल काउंसिल की तरफ से भी सकारात्मक रुख दिख रहा है. 15 सितंबर तक सभी छात्रों को रजिस्ट्रेशन मिलने की उम्मीद है.
तमिलनाडु रजिस्ट्रेशन देने वाला पहला राज्य
एमसीआई के गाइडलाइंस और एडवाइजरी का सबसे पहले तमिलनाडु मेडिकल काउंसिल ने अमल में लाया है. वहां रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन करने वाले छात्रों को रजिस्ट्रेशन देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. कुछ छात्रों को रजिस्ट्रेशन दी जा चुकी है.