नई दिल्ली : प्रगति मैदान (Pragati Maidan) में 40वां इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर (40th India International Trade Fair) चल रहा है. वहीं, ट्रेड फेयर में अलग-अलग रंग देखने को मिल रहा है. हॉल नंबर सात एमएसएमई पवेलियन में मंदिर में चढ़े फूल, खराब सब्जी व फल का बना हुआ साबुन अन्य स्किन केयर का उत्पाद चर्चा का विषय बना हुआ है. बता दें कि इन प्रोडक्ट का कारोबार शुरू करने वाले जगतजीत सिंह पेशे से इंजीनियर हैं और मृदुला भारद्वाज निजी बैंक में कार्यरत थीं.
वहीं, खराब फूल और सब्जियों से साबुन व स्किन केयर प्रोडक्ट (skin care products) की कंपनी शुरू करने वाले जगतजीत सिंह से ईटीवी भारत ने बात की. उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान नौकरी में मुश्किल आ रही थी. उन मुश्किलों का हाल निकलते हुए यह काम शुरू किया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि मंदिरों में चढ़ने वाला फूल फेंक दिए जाते थे, लेकिन अब उन फूलों को फेंकने की जगह हमने मंदिरों में से उन फूलों को लेकर साबुन व अन्य स्किन केयर प्रोडक्ट बना रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण किसानों के फूल मंडी में नहीं पहुंच पा रहे थे वह खेत में खराब हो रहे थे उन किसानों से संपर्क किया और उनसे फूल खरीदना शुरू कर दिया. इससे उन किसानों की फसल और मेहनत के उन्हें पैसे आसानी से मिल पा रहे हैं.
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इसके अलावा एक अन्य संस्थापक सदस्य मृदुला भारद्वाज ने कहा कि कोविड-19 की वजह से काम प्रभावित हो गया था. इसके कारण इस काम को शुरू किया है. उन्होंने कहा कि वह खीरा, नींबू, संतरा आदि किसानों से सीधा खरीद कर साबुन, फेस वॉश, क्रीम, लिप बाम आदि बना रही है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि इन सभी स्किन केयर प्रोडक्ट को लेकर लोगों से अच्छा रिस्पांस मिल रहा है लेकिन सबसे अधिक लोग फूल व सब्जियों के बड़े साबुन पसंद कर रहे हैं.साथ ही कहा कि नीम का ब्रश और कंघी आदि भी बना रहे हैं. बता दें कि जगतजीत सिंह पेशे से इंजीनियर हैं और मृदुला भारद्वाज निजी बैंक में कार्यरत थी.