नई दिल्ली. प्रॉपर्टी विवाद के चलते तुगलकाबाद इलाके में हुई हत्या के मामले में फरार चल रहे एक शख्स को स्पेशल सेल ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है. उसकी गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस की तरफ से 50 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया था. बता दें कि इस मामले में छह आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं, अदालत ने इस मामले में मनीष चौधरी को भगोड़ा घोषित कर दिया था.
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार 5 दिसंबर को स्पेशल सेल को सूचना मिली कि हत्या के मामले में फरार चल रहा एक बदमाश अपने साथी से मिलने के लिए ग्रेटर नोएडा में आएगा. उसके खिलाफ गोविंदपुरी थाने में हत्या का मामला वर्ष 2018 में दर्ज हुआ था. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने वहां जाल बिछाया. शाम के समय जब वह आया तो उसे स्पेशल सेल की टीम ने पकड़ लिया. पूछताछ में आरोपी की पहचान मनीष चौधरी के रूप में की गई.
प्रॉपर्टी विवाद में हुई हत्या
आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह अपने पिता और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ इलाके में रहता था. इसी गांव में उसके चाचा भी रहते थे. संयुक्त परिवार के मुखिया उसके पिता थे. उसके पिता का गांव में रहने वाले जितेंद्र उर्फ जीतू से एक प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था. 8 जून 2018 को मनीष ने अपने पिता और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर जितेंद्र पर लाठी और रॉड से हमला कर दिया. इस घटना में जितेंद्र को गंभीर चोटें आई थी, जिसकी वजह से उसकी बाद में मौत हो गई. वहीं, इस मारपीट में जितेंद्र के परिवार के कुछ अन्य सदस्य भी घायल हुए थे.
छह लोग अब तक हो चुके हैं गिरफ्तार
इस मामले में मनीष के तीन चाचा ज्ञानेंद्र, जगत और करतार को तीन अन्य रिश्तेदारों सहित पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. वहीं मनीष चौधरी और उसके पिता सुभाष फरार चल रहे थे. वहीं, दोनों को अदालत ने भगोड़ा घोषित कर रखा था. गिरफ्तार किया गया मनीष चौधरी बीसीए का स्टूडेंट है. उसके पिता दिल्ली पुलिस में सिपाही के पद पर कार्यरत थे. वर्ष 1984 में उन्होंने नौकरी छोड़ कर प्रॉपर्टी का कारोबार कर लिया था. मनीष भी प्रॉपर्टी के कारोबार में अपने पिता का हाथ बंटाता था.