नई दिल्ली: असम से पकड़े गए तीनों संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार करने में दिल्ली पुलिस की मदद सोशल मीडिया ने की. सूत्रों ने बताया कि आरोपी सोशल मीडिया पर जिस तरीके से जानकारी डाल रहे थे, उससे साफ पता चल रहा था कि वह आईएसआईएस की तरफ झुके हुए हैं.
धमाके से पहले दबोचा
इसी सुराग की मदद से स्पेशल सेल उन तक जा पहुंची. तब उन्हें पता चला कि वह सोमवार को ही असम में धमाका होने वाला था. पुलिस ने समय रहते इस ब्लास्ट को रोक लिया. स्पेशल सेल के सूत्रों ने बताया कि वह ऐसे लोगों के सोशल मीडिया प्रोफाइल पर नजर रखते हैं जो आतंकवाद की तरफ प्रभावित हो रहे हो. इसमें वह बड़ी संख्या में अपने मुखबिर एवं सोशल नेटवर्किंग साइटों का इस्तेमाल करते हैं.
हाल ही में उन्होंने देखा कि असम के कुछ लड़के बांग्लादेश के आईएसआईएस मॉड्यूल की तरफ काफी झुकाव रख रहे हैं. वह व्हाट्सएप पर भी इससे संबंधित कई जानकारियां डाल रहे थे, जिसके बाद स्पेशल सेल ने उनकी जानकारी एकत्रित करने शुरू की.
सोमवार को था धमाके का प्लान
इस दौरान स्पेशल सेल को पता चला कि दिल्ली के कुछ लड़के भी उनके पक्ष में हैं. उनको भी वह काफी हद तक प्रभावित कर चुके हैं. यह दोनों ग्रुप मिलकर दिल्ली में धमाके की साजिश रच रहे हैं, जिसके बाद स्पेशल सेल की टीम असम पहुंची. वहां गोलपाड़ा जिले से इन 3 लोगों को जब गिरफ्तार किया गया तो इनके पास से तैयार आईडी बरामद हुआ. ये आईडी सोमवार को ही वहां आयोजित होने वाले रास मेला में यह लोग लगाकर धमाका करने वाले थे. लेकिन पुलिस के तुरंत कार्रवाई की वजह से यह लोग पकड़े गए. अगर इनकी गिरफ्तारी में कुछ घंटों की देर हो जाती तो वह मेले में कई लोगों की जान ले लेते.
दिल्ली के प्लान का पता लगाना अभी बाकी
स्पेशल सेल के सूत्रों ने बताया कि असम में इनके खुफिया प्लान की जानकारी सामने आ चुकी है, लेकिन दिल्ली की जानकारी को लेकर अभी काम करना बाकि है. स्पेशल सेल इन तीनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर दिल्ली आ रही है, जहां उनसे पूछताछ कर दिल्ली की साजिश के बारे में पूछा जाएगा. यहां इनके साथियों की भी गिरफ्तारी इस पूछताछ के बाद की जाएगी.