नई दिल्लीः दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर पिछले करीब 2 महीने से किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. इसके चलते जहां कई रास्ते पूरी तरीके से बंद है. वहीं, यहां से वाहनों की आवाजाही नहीं हो रही है. दूसरी तरफ से इन रास्तों के आसपास रहने वाले छोटे कारोबारियों का काम धंधा भी लगभग पूरी तरीके से बंद हो गया है.
दिल्ली-हरियाणा की सीमा के पास टिकरी बॉर्डर पर जूस की दुकान लगाने वाले बछराज वर्मा ने बताया कि यूपी के बहराइच से शहर में रोजगार के सिलसिले से आए थे. पिछले 4 साल से टिकरी बॉर्डर की मुख्य सड़क पर जूस की दुकान लगाकर गुजारा कर रहे हैं. सर्दियां आते ही कामकाज बहुत कम हो जाता है, लेकिन अब सड़क बंद हो जाने के कारण काम पूरी तरीके से बंद हो गया है. उन्होंने कहा कि आसपास कई छोटी फैक्ट्रियां और ऑफिस हैं. वहां से लोग दुकान पर जूस पीने के लिए आते थे. साथ ही राहगीर भी आते थे, लेकिन अब सड़क बंद होने के कारण कोई जूस पीने के लिए नहीं आ रहा है.
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नहीं हो पा रहा गुजारा
प्रवासी मजदूर ने बताया कि गांव में माता-पिता और भाई-बहन हैं. यहां पर पैसा इकट्ठा करके गांव भेजते हैं, लेकिन लॉकडाउन के बाद से ही काम-धंधा बिल्कुल बंद हो गया है. इसके चलते पैसा नहीं भेज पा रहे हैं. यहां रहने के लिए भी गुजारा नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि 6,000 रुपये किराए के देने पड़ते हैं, लेकिन वह भी नहीं निकल पा रहे हैं. इसके चलते काफी परेशानी हो रही है.