नई दिल्ली: दिल्ली के द्वारका सेक्टर-10 इलाके में द्वारका रामलीला सोसाइटी के द्वारा बनाए गए रामलीला मंच को राम मंदिर की हूबहू शक्ल का बनाया गया है. जिसके ऊपर न्याय के मंदिर सुप्रीम कोर्ट के गुंबद को दर्शाया गया है.
हूबहू राम मंदिर की तरह है ये रामलीला का मंच
देश में रामलीला मंचन किया जा रहा है. ऐसे में राम भक्तों की नजर राम मंदिर और सुप्रीम कोर्ट की तरफ लगातार आस लगाए देख रही है. उसी का नतीजा है कि राम भक्तों का यह विश्वास अब रामलीला के मंचों के ऊपर भी देखने को मिल रहा है. रामलीला मंचों को राम मंदिर और सुप्रीम कोर्ट के मध्य में रखकर रामलीला का मंचन भी करवाया जा रहा है. कुछ ऐसा ही नजारा दिल्ली के द्वारका सेक्टर-10 इलाके की रामलीला सोसाइटी के रामलीला मंच पर दिखा.
जहां एक तरफ रामलीला मंच राम मंदिर की हूबहू शक्ल का है. वहीं न्याय के मंदिर सुप्रीम कोर्ट को उसके ऊपर दर्शाया गया है. जिसमें साफ है कि राम भक्तों को पूरी तरह न्याय के मंदिर पर विश्वास है. उन्हें यह भी पता है कि न्याय के मंदिर में राम भक्तों को पूरा न्याय भी मिलेगा.
भक्त इसे भगवान राम में आस्था की नजर से देख रहे हैं
राम भक्त इसे भगवान राम में आस्था और अखंडता की नजर से देख रहे हैं. वहीं रामलीला सोसायटी के संयोजक राजेश गहलोत ने बताया कि उनके मन में यह ख्याल इसलिए आया कि राम मंदिर मुद्दा माननीय सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. जिसके कारण राजेश गहलोत ने भी माननीय सुप्रीम कोर्ट से अपील की कि जल्द ही प्रभु राम के मामले को फैसला सुना कर उनके मंदिर के रास्ते को साफ किया जाए.
वहीं गहलोत ने बताया कि पिछले 9 सालों से द्वारका के सेक्टर-10 में 'द्वारका रामलीला सोसायटी' श्री राम के चरित्रों का वर्णन रामलीला मंचन से किया जाता है. जिसमें लगभग 10,000 से लेकर 50000 तक राम भक्त इस रामलीला को देखने पहुंचते हैं.