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राम मंदिर और न्याय का मंदिर एक मंच पर, भक्तों का कहना दोनों में है आस्था

'द्वारका रामलीला सोसाइटी' ने द्वारका में रामलीला मंच पर राम मंदिर और सुप्रीम कोर्ट के हूबहू शक्ल को दर्शाया गया है. जिससे राम भक्तों की राम मंदिर और न्यायालय के प्रति आस्था झलक रही है.

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Published : Oct 2, 2019, 1:29 PM IST

द्वारका में रामलीला मंच पर राम मंदिर और न्याय का मंदिर एक मंच पर

नई दिल्ली: दिल्ली के द्वारका सेक्टर-10 इलाके में द्वारका रामलीला सोसाइटी के द्वारा बनाए गए रामलीला मंच को राम मंदिर की हूबहू शक्ल का बनाया गया है. जिसके ऊपर न्याय के मंदिर सुप्रीम कोर्ट के गुंबद को दर्शाया गया है.

द्वारका में रामलीला मंच पर राम मंदिर और न्याय का मंदिर एक मंच पर
जिससे राम भक्तों की राम मंदिर और न्यायालय के प्रति आस्था झलक रही है. इन दोनों मंदिरों के साए में रामलीला का मंचन किया जा रहा है.

हूबहू राम मंदिर की तरह है ये रामलीला का मंच
देश में रामलीला मंचन किया जा रहा है. ऐसे में राम भक्तों की नजर राम मंदिर और सुप्रीम कोर्ट की तरफ लगातार आस लगाए देख रही है. उसी का नतीजा है कि राम भक्तों का यह विश्वास अब रामलीला के मंचों के ऊपर भी देखने को मिल रहा है. रामलीला मंचों को राम मंदिर और सुप्रीम कोर्ट के मध्य में रखकर रामलीला का मंचन भी करवाया जा रहा है. कुछ ऐसा ही नजारा दिल्ली के द्वारका सेक्टर-10 इलाके की रामलीला सोसाइटी के रामलीला मंच पर दिखा.


जहां एक तरफ रामलीला मंच राम मंदिर की हूबहू शक्ल का है. वहीं न्याय के मंदिर सुप्रीम कोर्ट को उसके ऊपर दर्शाया गया है. जिसमें साफ है कि राम भक्तों को पूरी तरह न्याय के मंदिर पर विश्वास है. उन्हें यह भी पता है कि न्याय के मंदिर में राम भक्तों को पूरा न्याय भी मिलेगा.

भक्त इसे भगवान राम में आस्था की नजर से देख रहे हैं
राम भक्त इसे भगवान राम में आस्था और अखंडता की नजर से देख रहे हैं. वहीं रामलीला सोसायटी के संयोजक राजेश गहलोत ने बताया कि उनके मन में यह ख्याल इसलिए आया कि राम मंदिर मुद्दा माननीय सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. जिसके कारण राजेश गहलोत ने भी माननीय सुप्रीम कोर्ट से अपील की कि जल्द ही प्रभु राम के मामले को फैसला सुना कर उनके मंदिर के रास्ते को साफ किया जाए.


वहीं गहलोत ने बताया कि पिछले 9 सालों से द्वारका के सेक्टर-10 में 'द्वारका रामलीला सोसायटी' श्री राम के चरित्रों का वर्णन रामलीला मंचन से किया जाता है. जिसमें लगभग 10,000 से लेकर 50000 तक राम भक्त इस रामलीला को देखने पहुंचते हैं.

नई दिल्ली: दिल्ली के द्वारका सेक्टर-10 इलाके में द्वारका रामलीला सोसाइटी के द्वारा बनाए गए रामलीला मंच को राम मंदिर की हूबहू शक्ल का बनाया गया है. जिसके ऊपर न्याय के मंदिर सुप्रीम कोर्ट के गुंबद को दर्शाया गया है.

द्वारका में रामलीला मंच पर राम मंदिर और न्याय का मंदिर एक मंच पर
जिससे राम भक्तों की राम मंदिर और न्यायालय के प्रति आस्था झलक रही है. इन दोनों मंदिरों के साए में रामलीला का मंचन किया जा रहा है.

हूबहू राम मंदिर की तरह है ये रामलीला का मंच
देश में रामलीला मंचन किया जा रहा है. ऐसे में राम भक्तों की नजर राम मंदिर और सुप्रीम कोर्ट की तरफ लगातार आस लगाए देख रही है. उसी का नतीजा है कि राम भक्तों का यह विश्वास अब रामलीला के मंचों के ऊपर भी देखने को मिल रहा है. रामलीला मंचों को राम मंदिर और सुप्रीम कोर्ट के मध्य में रखकर रामलीला का मंचन भी करवाया जा रहा है. कुछ ऐसा ही नजारा दिल्ली के द्वारका सेक्टर-10 इलाके की रामलीला सोसाइटी के रामलीला मंच पर दिखा.


जहां एक तरफ रामलीला मंच राम मंदिर की हूबहू शक्ल का है. वहीं न्याय के मंदिर सुप्रीम कोर्ट को उसके ऊपर दर्शाया गया है. जिसमें साफ है कि राम भक्तों को पूरी तरह न्याय के मंदिर पर विश्वास है. उन्हें यह भी पता है कि न्याय के मंदिर में राम भक्तों को पूरा न्याय भी मिलेगा.

भक्त इसे भगवान राम में आस्था की नजर से देख रहे हैं
राम भक्त इसे भगवान राम में आस्था और अखंडता की नजर से देख रहे हैं. वहीं रामलीला सोसायटी के संयोजक राजेश गहलोत ने बताया कि उनके मन में यह ख्याल इसलिए आया कि राम मंदिर मुद्दा माननीय सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. जिसके कारण राजेश गहलोत ने भी माननीय सुप्रीम कोर्ट से अपील की कि जल्द ही प्रभु राम के मामले को फैसला सुना कर उनके मंदिर के रास्ते को साफ किया जाए.


वहीं गहलोत ने बताया कि पिछले 9 सालों से द्वारका के सेक्टर-10 में 'द्वारका रामलीला सोसायटी' श्री राम के चरित्रों का वर्णन रामलीला मंचन से किया जाता है. जिसमें लगभग 10,000 से लेकर 50000 तक राम भक्त इस रामलीला को देखने पहुंचते हैं.

Intro:लोकेशन--दिल्ली/द्वारका
स्लग--राम मंदिर और न्याय का मंदिर एक साथ
रिपोर्ट--ओपी शुक्ला

पश्चिमी दिल्ली :- दिल्ली के द्वारका सेक्टर 10 इलाके में द्वारका रामलीला सोसाइटी द्वारा बनाए गए रामलीला मंच को राम मंदिर की हूबहू शक्ल का बनाया गया है । और उसके ऊपर न्याय के मंदिर सुप्रीम कोर्ट के गुंबज को दर्शाया गया है । जिससे राम भक्तों की राम मंदिर और न्यायालय के प्रति आस्था साफ झलक रही है ।और इन दोनों मंदिरों के साए में रामलीला का मंचन किया जा रहा है।


Body:देश में रामलीला मंचन किया जा रहा है । ऐसे में राम भक्तों की नजर राम मंदिर और सुप्रीम कोर्ट की तरफ लगातार एक आस लगाए देख रही है । उसी का नतीजा है कि राम भक्तों का यह विश्वास अब रामलीला के मंचों के ऊपर भी देखने को मिल रहा है। और रामलीला मंचों को राम मंदिर और सुप्रीम कोर्ट के मध्य में रखकर रामलीला का मंचन भी करवाया जा रहा है । कुछ ऐसा ही नजारा दिल्ली के द्वारका सेक्टर 10 इलाके की द्वारका रामलीला सोसाइटी के रामलीला मंच पर दिखा। जहां एक तरफ रामलीला मंच राम मंदिर की हूबहू शक्ल का है । वही न्याय के मंदिर सुप्रीम कोर्ट को उसके ऊपर दर्शाया गया है । जिसमें साफ है कि राम भक्तों को पूरी तरह न्याय के मंदिर पर विश्वास है। और उन्हें यह भी पता है कि न्याय के मंदिर में राम भक्तों को पूरा न्याय भी मिलेगा । वही भले ही इसे राजनीतिक स्टंट कहे पर राम भक्त इसे भगवान राम में आस्था और अखंडता की नजर से देख रहे हैं ।और राम नाम में लीन है । वही द्वारका रामलीला सोसायटी के संयोजक राजेश गहलोत ने बताया कि उनके मन में यह ख्याल इसलिए आया कि राम मंदिर मुद्दा माननीय सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है । जिसके चलते राजेश गहलोत ने भी माननीय सुप्रीम कोर्ट से अपील की, कि जल्द ही प्रभु राम के मामले को फैसला सुना कर उनके मंदिर के रास्ते को साफ किया जाए । वही गहलोत ने बताया कि पिछले 9 वर्षों से द्वारका के सेक्टर 10 में द्वारका रामलीला सोसायटी द्वारा श्री राम के चरित्रों का वर्णन रामलीला मंचन के द्वारा किया जाता है जिसमें लगभग 10,000 से लेकर 50000 तक राम भक्त इस रामलीला को देखने पहुंचते हैं। ऐसे में द्वारका की इस रामलीला को दिल्ली की नंबर वन रामलीला कहें तो गलत नहीं होगा।


Conclusion:वोकथरु ,, ओपी शुक्ला विथ राजेश गहलोत , सयोजक द्वारका रामलीला सोसाइटी

फिलहाल द्वारका रामलीला सोसाइटी द्वारा किया जा रहा रामलीला मंचन इलाके की मशहूर रामलीला मानी जाती है ।जहां नजफगढ़ और आसपास के लगभग 5 से 10 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोग इस रामलीला को देखने यहां पहुंचते हैं ।
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