नई दिल्ली: 31 अक्टूबर यानी रामायण महाकाव्य के रचयिता भगवान महर्षि वाल्मीकि का जन्म दिवस. मौजूदा दौर में पूरा विश्व कोरोना महामारी के दौर में चल रहा है, ऐसे परिस्थिति में भी दक्षिणी दिल्ली के कोटला मुबारकपुर इलाके में भगवान महर्षि वाल्मीकि जी का जन्मदिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस कार्यक्रम के आयोजक दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के डिप्टी चेयरमैन विनोद करौतिया ने किया.
कार्यक्रम के दौरान एक से बढ़कर एक कई रंगारंग कार्यक्रम किए गए. यहां मौजूद सभी दर्शकों ने कार्यक्रम का आनंद उठाया. साथ ही मौजूदा दौर में भगवान महर्षि वाल्मीकि के सिद्धांतों पर कैसे चलें इसकी भी चर्चा हुई. कार्यक्रम में बीजेपी के कई शीर्ष नेता यहां मौजूद थे. सभी ने इस कार्यक्रम के आयोजन विनोद करौतिया को इस नेक कार्य के लिए ढेरों शुभकामनाएं दी. साथ ही साथ कार्यक्रम में विश्व हिन्दू परिषद के शिर्ष अधिकारी भी मौजूद थे. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में नई दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी रहीं.
सुंदरता के साथ किया कार्यक्रम का आयोजन
वही दक्षिणी दिल्ली के बीजेपी के वर्तमान एवं पूर्व जिला अध्यक्ष भी मौजूद थे. दिल्ली में हर साल यह कार्यक्रम बड़े ही धूमधाम से विनोद करौतिया द्वारा मनाया जा रहा था. लेकिन मौजूदा दौर में ज्यादा भीड़ इकट्ठा करना ठीक नहीं है. इसके बावजूद यहां पर इतनी सुंदरता से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मौजूद सभी गणमान्य लोगों ने भगवान महर्षि वाल्मीकि की जयंती पर अपनी अपनी बातों को रखा.
SDMC डिप्टी चेयरमैन ने सुनाई अपनी समस्या
वहीं कार्यक्रम के आयोजक विनोद करौतिया ने बताया कि कैसे दिल्ली सरकार आज भी वाल्मीकि समाज के लोगों का अपमान करती है. कोरोना महामारी के दौर में जिस तरह से वाल्मीकि समाज के लोगों ने कोरोना योद्धा की तरह दिल्ली में काम किया, दिल्ली सरकार उसे थोड़ी भी गंभीरता से नहीं ले रही है. उनका इशारा साफ था कि जिस तरह से एमसीडी केजरीवाल सरकार को फंड को लेकर प्रतिदिन कोस रही है. एक बार फिर उन्हीं की बातों को लेकर डिप्टी चेयरमैन ने यहां पर अपनी समस्या सुनाई.
साउथ एमसीडी के डिप्टी चेयर मैन विनोद करौतिया ने मंच से मांग कि की अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के साथ साथ महर्षि वाल्मीकि की भी मंदिर बनाया जाए. क्योंकि भगवान राम को हमारे जीवन में बताने वाले महर्षि वाल्मीकि ही थे. इसलिए बिना महर्षि वाल्मीकि मंदिर के भगवान राम का मंदिर अधूरा होगा.
केजरीवाल सरकार पर लगाए कई गंभीर आरोप
विनोद करौतिया ने दिल्ली के केजरीवाल सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि केजरीवाल वाल्मीकि समाज की बेइज्जती कर रहे हैं कोरोना काल में जब सभी अपने घरों में थे. उस समय एमसीडी के सफाई कर्मचारी योद्धा की तरह सड़कों और नालियों की सफाई कर रहे थे. लेकिन केजरीवाल एमसीडी को फंड नहीं दें रहे हैं, जिससे उन सफाई कर्मचारियों की 6 महीने से सैलरी रुकी हुई है. साथ ही एक और आरोप केजरीवाल पर लगाया कि केजरीवाल ने कहा था कि कोरोना काल में कोई भी सफाई कर्मचारी की ड्यूटी के दौरान अगर मौत होती है, तो उसे एक करोड़ रूपये देंगे. लेकिन केजरीवाल ने मात्र तीन कर्मचारी को एक करोड़ दिए, जबकि अभी तक 17 से 18 कर्मचारी की ड्यूटी के दौरान मौत हुई है, तो केजरीवाल ऐसी दोहरी नीति क्यों चल रहे हैं.