नई दिल्ली: राष्ट्रीय अंसारी एकता संगठन ने अपने दिल्ली प्रदेश कार्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय बैठक का आयोजन किया, इस बाबत संगठन ने एक पत्रकार वार्ता करके बैठक में लिए गए अहम फैसलों की जानकारी दी.
दो दिवसीय राष्ट्रीय बैठक का आयोजन
राष्ट्रीय अंसारी एकता संगठन ने अपने दिल्ली प्रदेश कार्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय बैठक का आयोजन किया. जिसमें संगठन की राष्ट्रीय इकाई के साथ साथ एक दर्जन से ज्यादा प्रदेश अध्यक्षों ने हिस्सा लिया. इस मीटिंग के बाद आयोजित पत्रकार वार्ता में संगठन के पदाधिकारियों ने बैठक में लिए गए संगठन के निर्णयों से अवगत कराया. बैठक की अध्यक्षता संगठन के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष शकील अंसारी ने की जबकि मुख्य अतिथि के रूप में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आफताब तालिब अंसारी मौजूद रहे.
'संगठन का एक अहम मकसद है'
पत्रकार वार्ता में संगठन के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष शकील अंसारी ने कहा कि हमारे समाज की संख्या सबसे ज्यादा है, लेकिन हिस्सेदारी कहीं नहीं है जिसकी वजह से अंसारी समाज आज भी पहले की तरह ही उपेक्षित है. उन्होंने कहा कि संगठन का एक अहम मकसद है कि सालों से बिखरे पड़े पूरे अंसारी समाज को एक प्लेटफार्म पर लाकर केंद्र और राज्य सरकार से मांग की जा सके कि अंसारी बिरादरी को भी बराबर की हिस्सेदारी दी जाए. इसके लिए संगठन एक राष्ट्रीय स्तर का महासम्मेलन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित करने जा रहा है ताकि राजनीतिक दलों को अंसारी समाज की शक्ति और एकजुटता का अहसास कराया जा सके.
'अंसारी समाज को भागीदारी देनी होगी'
इस मौके पर साबिर अंसारी मोरना ने कहा कि अंसारी समाज की कुरीतियों को दूर करके समाज को एकजुट करके संगठन को मजबूत किया जा रहा है, ताकि हिस्सेदारी हासिल करने की कड़ी में कदम आगे बढ़ाया जा सके. समाज की कमियों को दूर करने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है. संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष तालिब आफताब अंसारी ने कहा कि संगठन को मजबूत करने के लिए इस बैठक का आयोजन किया गया है, 70 सालों से अंसारी बिरादरी को छला गया धोखा दिया गया और हमेशा वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया गया है, लेकिन अब अंसारी समाज जागरूक हो गया है,अब आगे से ऐसा नहीं चलेगा, अंसारी समाज को भागीदारी देनी ही होगी.
'संगठन को मजबूती प्रदान करने की प्लानिंग की गई'
संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि बैठक में संगठन को मजबूती प्रदान करने की प्लानिंग की गई है, साथ ही लखनऊ में होने वाले महाधिवेशन के लिए रणनीति बनाई गई और कोर कमेटी का गठन किया गया है. वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार हो या फिर राज्य सरकारें हमारे समाज का हर किसी सरकार ने सिर्फ शोषण ही किया है. आगे से समाज उसी पार्टी को सपोर्ट करेगा जो अंसारी समाज को हिस्सेदारी की बात करेगा. इसी कड़ी में समाज को एक प्लेटफार्म पर लाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं.
'मुस्लिम समाज में बड़ा वर्ग अंसारी बिरादरी'
मुस्लिम समाज में मौजूद जात बिरादरियां ही हैं जिनकी वजह से हर राजनीतिक पार्टी उसे अपना अपना वोट बैंक समझकर इस्तेमाल करती चली आई है, मुस्लिम समाज मे एक बड़ा वर्ग अंसारी बिरादरी है, लेकिन समाज में मौजूद कुछ कुरीतियों की वजह से समाज एकजुट नहीं हो पाता, लेकिन अब अंसारी समाज बराबर की हिस्सेदारी की मांग करने के लिए एकजुट हो चला है.
पत्रकार वार्ता में संगठन के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष शकील अंसारी, राष्ट्रीय अध्यक्ष आफताब तालिब समेत कई पदाधिकारियों ने संबोधित किया.