नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी जिले के मौजपुर इलाके के मोहनपुरी के मोहल्ला क्लीनिक के एक डॉक्टर में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाने के बाद इलाके के लोग इस बात को लेकर हैरान और नाराज हैं. इस इलाके में सरकार की तरफ से पहले सैनेटाइजेशन तक नहीं कराया गया, जिसकी वजह से आज भी इलाके में लोग परेशान हैं. नतीजा यह हुआ के लोगों को निजी रूप से टीम बनाकर इलाके के मकानों को सैनेटाइज कराया जा रहा है.
डॉक्टर में पाया गया था कोरोना पॉजिटिव
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के पीड़ित डॉक्टर गोपाल झा मौजपुर स्थित मोहनपुरी इलाके में मौजूद मोहल्ला क्लीनिक में बैठते थे. अब सरकार की तरफ से इस तरह के संकेत दिए गए कि मोहल्ला क्लीनिक के आसपास करीब 800 से 900 ऐसे लोग हैं, जिन्होंने मोहल्ला क्लीनिक में अपना इलाज कराया या फिर वह किसी भी रूप से डॉक्टर के संपर्क में आए हो, इसी को ध्यान में रखते हुए इस पूरे इलाके को सरकार की तरफ से चिन्हित करते हुए, उन सभी लोगों को मेडिकल जांच के लिए कहा गया है. जो किसी भी तौर से उस समय क्लीनिक में गए थे.
इलाके के लोगों में गुस्सा
ईटीवी भारत की टीम जब मोहल्ला क्लीनिक के साथ-साथ आसपास के इलाके का जायजा लिया और लोगों से बातचीत की तो, जो बात चौंकाने वाली सामने आई. वह यह रही कि इतना कुछ होने के बाद भी इस इलाके में सरकार की तरफ से सैनेटाइजेशन का काम ढंग से नहीं कराया गया. जिसका गुस्सा लोगों में देखा जा रहा है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि पहले दिन जरूर कुछ लोगों को बुलाकर संरक्षण के नाम पर खानापूर्ति की गई.
स्थानीय लोग कर रहे इलाके को सैनेटाइज
वहीं स्थानीय लोग गली से गुजरने वाले वाहनों को भी सैनेटाइज कर रहे हैं ताकि किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी ना होने पाए. उधर गोपाल झा की हालत अस्पताल में पहले से बेहतर बताई जा रही है बताया जा रहा है कि डॉक्टर झा को फिलहाल आईसीयू से बाहर रखा गया है और उनका ब्लड प्रेशर पहले से नॉर्मल है. हालांकि अभी उन्हें बुखार और खांसी की दिक्कत बनी हुई है. गौरतलब है कि डॉक्टर गोपाल एक महिला मरीज का इलाज के दौरान संक्रमित हो गए थे. शुरुआती दौर में उन्हें जीटीबी अस्पताल भर्ती कराया गया था बाद में उन्हें हालत बिगड़ने पर सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया. जहां उन्हें कोरोना पॉजिटिव बताया गया.