नई दिल्ली: राजधानी में लॉकडाउन लगे हुए 50 दिन बीत चुके हैं. लॉकडाउन की शुरुआत से ही दिल्ली पुलिस की पीसीआर गंभीर मरीजों एवं गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने का काम कर रही है. लॉकडाउन में अब तक 951 गर्भवती महिलाओं को पीसीआर ने अस्पताल पहुंचाया है.
वहीं बीते 24 घंटे में चार गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने का काम पीसीआर में तैनात पुलिसकर्मियों ने किया है.
डीसीपी शरत सिन्हा ने दी जानकारी
डीसीपी शरत सिन्हा के अनुसार राजधानी में कोरोना महामारी के संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. लॉकडाउन के 50 दिन पूरे हो चुके हैं. तीसरे लॉकडाउन के अभी भी कुछ दिन शेष बचे हुए हैं. राजधानी में सार्वजनिक परिवहन सेवा अभी भी प्रतिबंधित हैं. ऐसे में मरीजों को अस्पताल जाने के लिए न तो ऑटो-टैक्सी मिल रही है और न ही एम्बुलेंस.
इसलिए पीसीआर गंभीर मरीजों की लगातार मदद कर उन्हें अस्पताल पहुंचाना का काम कर रही है.
951 गर्भवती महिलाओं को पहुंचाया अस्पताल
डीसीपी शरत सिन्हा के अनुसार लॉकडाउन के दौरान खासतौर से गर्भवती महिलाएं, दिल का दौरा पड़ने वाले मरीज एवं अन्य गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचाने की जिम्मेदारी पीसीआर ने उठा रखी है.
ऐसे में लॉकडाउन के दौरान पीसीआर द्वारा अब तक 951 गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया जा चुका है. पीसीआर के पुलिसकर्मियों द्वारा की जा रही इस मदद के चलते लोगों से काफी प्रशंसा भी मिल रही है.
डीसीपी शरत सिन्हा के अनुसार बीते 24 घंटे में पीसीआर द्वारा विभिन्न इलाकों से चार गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया गया है. इनमें से दो मामले द्वारका जिला जबकि एक मामला दक्षिण और एक मामला शाहदरा जिले का है. इन सभी कॉल पर जाकर पीसीआर ने महिलाओं को तुरंत अस्पताल पहुंचाने का काम किया.