नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली नगर निगम में सर्वाइकल कैंसर (cervical carcinoma) से निपटने के लिए सेंटर बनाए गए है. डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के अनुसार राजधानी दिल्ली में 22.86 महिलाओं को होती यह बीमारी है.
महिलाओं के गर्भाशय ग्रीवा में बन जाती रसौली
सर्वाइकल कार्सिनोमा कैंसर नामक बीमारी सिर्फ महिलाओं को होती है. इस बीमारी में महिलाओं के गर्भाशय ग्रीवा या गर्भाशय ग्रीवा क्षेत्र में घातक रसौली बन जाती है. यह योनि रक्त-स्राव के साथ मौजूद हो सकती है, लेकिन इसके लक्षण कैंसर के पहले चरण होने तक अनुपस्थित हो सकते हैं. राजधानी दिल्ली में 22.86 फ़ीसदी महिलाओं को इसी प्रकार के कैंसर से जूझना पड़ रहा है.
महिलाएं रख सकें अपने स्वास्थ्य का ख्याल
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर अवतार सिंह और निगम के बाकी सभी नेता इस मौके पर बाड़ा हिंदू राव अस्पताल में मौजूद रहे.
कैंसर सेंटर की शुरुआत पर मेयर अवतार सिंह ने कहा कि हमने इस सेंटर की शुरुआत महिलाओं के लिए की है. ताकि सभी महिलाएं अपने स्वास्थ्य का ख्याल रख सके और समय-समय पर अपनी जांच करा सके.
कैंसर खतरनाक बीमारी
मेयर ने कहा कि कैंसर आज के दौर में सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक है. और अगर इसका सही समय पर इलाज न किया जाए तो ये एक लाइलाज बीमारी बन जाता है. इसलिए इस सेंटर की शुरुआत की गई है.
फर्स्ट स्टेज में ही महिलाओं कैंसर के बारे में पता लग जाए. जिससे सही समय पर उनका इलाज शरू हो सके. जिससे ना सिर्फ उनकी जान बच सके बल्कि उन्हें एक स्वस्थ जीवन भी मिल सके.
छोटे तोर पर शरू हुआ सेंटर
हालांकि अभी बाड़ा हिंदू राव अस्पताल में सर्वाइकल कैंसर सेंटर की छोटे रूप में शुरुआत की गई है. यहां प्राथमिक तौर पर इसका इलाज किया जाएगा जिसका फर्स्ट स्टेज इलाज किया जा सकेगा. इसके बाद पेशेंट को दूसरे बड़े अस्पतालों में रेफर कर दिया जाएगा.