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करोल बाग में बिल्डर माफिया के कारनामे, दिल्ली नगर निगम पर सवाल - दिल्ली में अवैध निर्माण

करोल बाग के अंदर बिल्डर माफिया के अवैध निर्माण को लेकर कई मामले सामने आने के बाद दिल्ली नगर निगम सवालों के घेरे में हैं. तीन दर्जन से ज्यादा इमारतों में बिल्डर ने नक्शे पास करवाने की तक की जहमत नहीं उठाई. ये लापरवाही है या भ्रष्टाचार का खुला खेल...पढ़िए कैसे दिल्ली नगर निगम पर उठ रहे हैं सवाल...

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करोल बाग में अवैध निर्माण
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Published : Oct 4, 2021, 1:54 PM IST

नई दिल्ली: नॉर्थ एमसीडी की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है. दरअसल, करोल बाग के क्षेत्र में लगातार अवैध निर्माण को लेकर बिल्डर माफिया के अधिपत्य और निगम अधिकारियों की लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार करोल बाग क्षेत्र में 40 से ज्यादा इमारतें ऐसी हैं जिन्हें बिना नक्शा पास कराए अवैध रूप से बनाया गया है. इन इमारतों के खिलाफ निगम के द्वारा नोटिस भी जारी किया गया है. लेकिन आज तक इन इमारतों को लेकर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है. बीते दिनों दो इमारतों न्यू डायमंड मॉल और एजीएम प्लाजा का मामला सामने आने के बाद दोनों ही इमारतों को सील कर दिया गया है.

ताजा मामला करोल बाग के सरस्वती मार्ग के पास स्थित भारत भवन नामक एक शापिंग कांपलेक्स का है. इस शॉपिंग कंपलेक्स को भी न्यू डायमंड मॉल और एजीएम प्लाजा की तरह ही बिल्डर माफिया ने सारे नियमों को ताक पर रखकर बना दिया है. नोटिस जारी किए जाने के बावजूद इमारत के मालिक ने एक और नई मंजिल इस शॉपिंग कंपलेक्स में बना दी. हालांकि निगम के अधिकारियों के द्वारा कागजों में इस इमारत पर तोड़फोड़ और सीलिंग को लेकर सभी जरूरी एक्शन लेने की बात कही है. लेकिन अभी तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई जमीन पर नहीं देखी जा रही है. इस बीच अवैध रूप से बनाई गई इस बिल्डिंग में अभी भी धड़ल्ले से कारोबार जारी है, जो अपने आप में निगम की प्रशासनिक कार्रवाई पर सवाल उठाता है.

दिल्ली में बिल्डर माफिया

करोल बाग स्थित भरत भवन नाम का शॉपिंग कंपलेक्स में अवैध रूप से किए गए निर्माण के चलते साल 2016 में डीएमसी एक्ट 343,344 के तहत अवैध निर्माण गिराने का शो कॉज नोटिस भी भेजा गया था, लेकिन बिल्डर माफिया के राजनीतिक कनेक्शन के चलते इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई. साल 2017 में भी डीएमसी एक्ट 345-ए के तहत शॉपिंग कंपलेक्स की इस इमारत को सील करने के लिए नोटिस जारी किया गया था. लेकिन दोबारा बिल्डर माफिया ने अपने राजनीतिक कनेक्शन उसका प्रयोग करके इस बिल्डिंग के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं होने दी. बल्कि बिल्डिंग के सबसे ऊपरी मंजिल पर एक और मंजिल का निर्माण कर दिया गया. सबसे खास बात तो यह है कि भरत भवन नाम का शॉपिंग कंपलेक्स सरस्वती मार्ग पर एजीएम प्लाजा जिसके ऊपर हाल ही में निगम ने अवैध निर्माण को लेकर कार्रवाई की थी. उसी के सामने स्थित है और यह एक रिहायशी गली के अंदर स्थित हैं. नियमों के अनुसार गलियों में व्यवसायिक गतिविधियों के ऊपर रोक है.

illegal construction in karol Bagh
बिल्डर माफिया

ये भी पढ़ें : सब्जी मंडी क्षेत्र में 38 इमारतों को नोटिस, जर्जर हिस्से न तोड़ने पर होगी कार्रवाई

वहीं, इस पूरे मामले पर जब नॉर्थ एमसीडी नेता सदन छैल बिहारी गोस्वामी से सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि निगम के द्वारा लगातार शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई की जा रही है. इसी कड़ी में न्यू डायमंड मॉल और एजीएम प्लाजा को पिछले दिनों सील किया गया. ऐसे जितने भी मामले और शिकायतें सामने आएगी उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए कमिश्नर को जांच करने के निर्देश दे दिए गए हैं. जिसके बाद अधिकारियों की अगर लापरवाही पाई गई तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने से निगम पीछे नहीं हटेगी.

ये भी पढ़ें : नॉवेल्टी के बाद अब 18 संपत्तियों की बारी, जल्द पास होंगे सभी प्रस्ताव

नई दिल्ली: नॉर्थ एमसीडी की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है. दरअसल, करोल बाग के क्षेत्र में लगातार अवैध निर्माण को लेकर बिल्डर माफिया के अधिपत्य और निगम अधिकारियों की लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार करोल बाग क्षेत्र में 40 से ज्यादा इमारतें ऐसी हैं जिन्हें बिना नक्शा पास कराए अवैध रूप से बनाया गया है. इन इमारतों के खिलाफ निगम के द्वारा नोटिस भी जारी किया गया है. लेकिन आज तक इन इमारतों को लेकर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है. बीते दिनों दो इमारतों न्यू डायमंड मॉल और एजीएम प्लाजा का मामला सामने आने के बाद दोनों ही इमारतों को सील कर दिया गया है.

ताजा मामला करोल बाग के सरस्वती मार्ग के पास स्थित भारत भवन नामक एक शापिंग कांपलेक्स का है. इस शॉपिंग कंपलेक्स को भी न्यू डायमंड मॉल और एजीएम प्लाजा की तरह ही बिल्डर माफिया ने सारे नियमों को ताक पर रखकर बना दिया है. नोटिस जारी किए जाने के बावजूद इमारत के मालिक ने एक और नई मंजिल इस शॉपिंग कंपलेक्स में बना दी. हालांकि निगम के अधिकारियों के द्वारा कागजों में इस इमारत पर तोड़फोड़ और सीलिंग को लेकर सभी जरूरी एक्शन लेने की बात कही है. लेकिन अभी तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई जमीन पर नहीं देखी जा रही है. इस बीच अवैध रूप से बनाई गई इस बिल्डिंग में अभी भी धड़ल्ले से कारोबार जारी है, जो अपने आप में निगम की प्रशासनिक कार्रवाई पर सवाल उठाता है.

दिल्ली में बिल्डर माफिया

करोल बाग स्थित भरत भवन नाम का शॉपिंग कंपलेक्स में अवैध रूप से किए गए निर्माण के चलते साल 2016 में डीएमसी एक्ट 343,344 के तहत अवैध निर्माण गिराने का शो कॉज नोटिस भी भेजा गया था, लेकिन बिल्डर माफिया के राजनीतिक कनेक्शन के चलते इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई. साल 2017 में भी डीएमसी एक्ट 345-ए के तहत शॉपिंग कंपलेक्स की इस इमारत को सील करने के लिए नोटिस जारी किया गया था. लेकिन दोबारा बिल्डर माफिया ने अपने राजनीतिक कनेक्शन उसका प्रयोग करके इस बिल्डिंग के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं होने दी. बल्कि बिल्डिंग के सबसे ऊपरी मंजिल पर एक और मंजिल का निर्माण कर दिया गया. सबसे खास बात तो यह है कि भरत भवन नाम का शॉपिंग कंपलेक्स सरस्वती मार्ग पर एजीएम प्लाजा जिसके ऊपर हाल ही में निगम ने अवैध निर्माण को लेकर कार्रवाई की थी. उसी के सामने स्थित है और यह एक रिहायशी गली के अंदर स्थित हैं. नियमों के अनुसार गलियों में व्यवसायिक गतिविधियों के ऊपर रोक है.

illegal construction in karol Bagh
बिल्डर माफिया

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वहीं, इस पूरे मामले पर जब नॉर्थ एमसीडी नेता सदन छैल बिहारी गोस्वामी से सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि निगम के द्वारा लगातार शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई की जा रही है. इसी कड़ी में न्यू डायमंड मॉल और एजीएम प्लाजा को पिछले दिनों सील किया गया. ऐसे जितने भी मामले और शिकायतें सामने आएगी उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए कमिश्नर को जांच करने के निर्देश दे दिए गए हैं. जिसके बाद अधिकारियों की अगर लापरवाही पाई गई तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने से निगम पीछे नहीं हटेगी.

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