नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने लॉकडाउन 4 में सभी मार्केट को ऑड-इवन की तर्ज पर खोलने का फैसला किया. वहीं इसी फैसले के तहत नेहरू प्लेस में भी अधिकतर दुकानें खुली हैं लेकिन अब व्यापारियों की मांग है कि सरकार उनका रेट माफ करें, जीएसटी और बिजली बिल में भी राहत दें.
बता दें कि लॉकडाउन 4.0 में राज्य सरकार द्वारा दी गई रियायतों के बाद दुकानें और बाज़ार खुलने लगे हैं. वहीं एशिया की सबसे बड़ी आईटी की मार्केट नेहरू प्लेस की भी ज्यादातर दुकानें खुल गयी हैं. लेकिन ऑड-ईवन नियम के तहत दुकानें खोलने के निर्देश ने व्यापारियों में समस्या को बढ़ा दिया है. इसको लेकर नेहरू प्लेस के कंप्यूटर व्यापारी मनोज ने कहा कि सरकार ने दुकान खोलने की छूट तो दे दी, लेकिन जो नियम बनाए हैं उसे अपनाना थोड़ा मुश्किल है.
व्यापारी टैक्स में मांग रहे हैं छूट
एक अन्य व्यापारी राजेश अरोड़ा ने कहा कि दुकान खोलना ही सभी समस्याओं का समाधान नहीं है. अभी जिस तरह के हालात हैं ऐसे में दुकान खोलना महज़ एक औपचारिकता है क्योंकि खरीदारी कितनी होगी यह कहना बहुत मुश्किल है. उन्होंने कहा कि दुकानें भले ही बंद थीं लेकिन बिजली का बिल फिर भी आया है, दुकान का रेंट भी देना है उसके ऊपर जीएसटी भी देना अनिवार्य है. ऐसे में जहां दो महीने से बेरोजगारी रही और लाखों का नुकसान हुआ है इस तरह के खर्चे वहन करना संभव नहीं है. ऐसे में सभी व्यापारी सरकार से मदद की उम्मीद करते हैं और अपील करते हैं कि उन्हें बिजली बिल, रेंट सहित जीएसटी में भी छूट दी जाए.
मार्केट बंद होने से हुआ करोड़ों का नुकसान
वहीं ऑल दिल्ली कंप्यूटर ट्रेडर असोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र अग्रवाल ने बताया कि लगभग दो महीने से मार्केट बंद रहने से करोड़ों का नुकसान हुआ है. वहीं जो बिज़नेस लोन व्यापारियों ने लिया है उसे चुकाना भी चुनौती बन गया है, क्योंकि सबकी आमदनी ठप पड़ी थी. ऐसे में वो सरकार से मांग करते हैं कि सभी व्यापारियों को सभी तरह के रेंट में राहत दी जाए. जीएसटी, बिजली बिल और रेंट आदि में रियायत मिले जिससे व्यापारियों पर किसी तरह का आर्थिक बोझ न पड़े और वह अपना व्यापार सुचारू रूप से व्यवस्थित कर सकें.