नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: नोएडा के दनकौर के भट्टा पारसौल गांव में भारतीय किसान यूनियन की विचार गोष्ठी और सदस्यता अभियान को लेकर बैठक हुई. अध्यक्षता समय पाल प्रधान व संचालन राजीव मलिक ने किया, जिसमें प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीतियों को लेकर चर्चा की गई और अपने अधिकारों को पाने के लिए आगे की रणनीति बनाई गई.
ये भी पढ़ें : नोएडा में सूरजपुर जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष भारतीय किसान यूनियन बलराज के समर्थकों का प्रदर्शन
संगठन के पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. किसानों को भूमि अधिग्रहण की एवज में 64.7 प्रतिशत बढ़ा हुआ मुआवजा और 10 प्रतिशत आवासीय प्लॉट नहीं दिए जा रहे हैं. प्राधिकरण के अधिकारी उन्हें दफ्तरों के चक्कर कटवाने पर विवश कर रहे हैं. अधिकारी सिर्फ आश्वासन देते हैं कि बहुत जल्द आपको बढ़ा मुआवजा व प्लॉट मिल जाएगा.
अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए किसानों को एकजुट होकर प्राधिकरण के खिलाफ आंदोलन करने की आवश्यकता है. जिलाध्यक्ष अमित कसाना ने कहा कि बिजली विभाग के अधिकारी किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज करा रहे हैं. पुलिस दबाव बनाकर ज्यादा बिजली बिल की वसूली कर रही है. जिस पर विद्युत विभाग के अधिकारियों को पहले ही चेतावनी दे दी गई है, लेकिन अधिकारी अभी भी सुधरने का नाम नहीं ले रहे. जिस को लेकर अब संगठन आगे की रणनीति बनाकर आंदोलन करेगा तथा भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेगा.
वहीं, प्रदेश प्रवक्ता राजीव मलिक ने कहा कि आज विचार गोष्ठी एवं सदस्यता अभियान की शुरुआत हुई है. उसमें सैकड़ों किसानों ने संगठन की सदस्यता ली है. इस मौके पर मटरू नागर, परविंदर अवाना, धनीराम मास्टर, महेश खटाना, योगेश भाटी, राजीव मलिक, प्रीतम नागर, विनोद पंडित, संजीव, सोनू भाटी, संदीप खटाना, सुंदर खटाना, विश्वास नागर, सुनील प्रधान ओर चंद्रपाल बाबूजी सहित सैकड़ों किसान बैठक में शामिल हुए.
ऐसी ही ज़रूरी और विश्वसनीय ख़बरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप