नई दिल्ली : दिल्ली के प्रेम नगर में एक बार फिर से एमसीडी का बुलडोजर चला और पिछले दो दिनों से एमसीडी के द्वारा की जा रही करवाई से यहां के लोग परेशान हो गए है. जिन लोगों ने इस जगह को घेरा हुआ था अब उन लोगों के सामने सबसे बड़ी परेशानी है कि अपने परिवार का गुजारा कैसे करेंगे और अपने बीबी बच्चो को कैसे रोटी का निवाला खाने देंगे. यहां के लोगो का कहना है कि सरकार के द्वारा हमें समय देना चाहिए था और नोटिस देना था. पर कोई नोटिस नहीं दिया. न तो समय दिया. अब हम कहां जाए. सरकार हमारे बारे में नहीं सोच रही है. बस अपने बारे में ही सोचती है. दो दिनों की करवाई से इन लोगों का हजारों का समान सरकार के पास चला गया है. सरकार के लिए कबाड़ हो सकता है पर हमारे लिए रोजी रोटी का जरिया था.
इससे पहले प्रेम नगर रोहिणी समेत कई अन्य इलाकों में अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर का प्रयोग कर कार्रवाई की गई है. दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता के वार्ड में आने वाले प्रेम नगर के गली नंबर 6 में निगम के उद्यान विभाग की जमीन को खाली करवा कर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इस जमीन पर पिछले 30-35 सालों से अवैध रूप से कब्जा हो रखा था, जहां पर लोग कबाड़ को जमा कर व्यापार करते थे, उसे आज खाली कराया गया है.
बादली मेट्रो स्टेशन के पास चला बुलडोजर
दिल्ली के रोहिणी क्षेत्र के अंतर्गत बादली मेट्रो स्टेशन के पास नगर निगम का बुलडोजर चला. बादली मेट्रो स्टेशन व बादली रेलवे स्टेशन के पास में सड़क के ऊपर बड़ी संख्या में अवैध दुकानों की इंक्रोचमेंट बढ़ी हुई थी. यहां पर परमानेंट टीन शेड बनाकर उनमें नॉनवेज और दूसरी चीजें बेची जा रही थी. नगर निगम का दस्ता जेसीबी मशीनें लेकर जब यहां पर पहुंचा तो अधिकतर लोगों ने अपनी लकड़ीनुमा दुकानें खुद ही हटा ली. लेकिन कुछ दुकानें जो कि टीन शेड से स्थाई बना दी गई थी उनको जेसीबी मशीनों द्वारा हटाया गया . राहगीरों का कहना है कि जो लोग यह दावा करते हैं कि वह यहां पर अवैध रूप से 20 साल से बसे हुए हैं उन्हें नहीं हटाया जाए, बल्कि उनसे 20 साल का किराया भी लेना चाहिए और यहां से हटाना भी चाहिए.
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मिनी भगत सिंह स्टेडियम में चला एमसीडी का बुलडोजर
मंगोलपुरी इलाके में बने भगत सिंह मिनी स्टेडियम में बच्चों के खेलने के लिए बने क्रिकेट ग्राउंड पर एमसीडी का बुलडोजर चला, जिसके बाद अब यहां प्रैक्टिस करने वाले बच्चों के सामने उनका भविष्य अधर में लटका हुआ है. शायद इसी का परिणाम है कि यहां प्रैक्टिस करने वाले बच्चों ने एमसीडी की इस कार्रवाई के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद किया है. बच्चों का कहना है कि वह लंबे से यहां पर प्रैक्टिस कर रहे थे. आमतौर पर यहां पर नशेड़ियों का अड्डा बना रहता है, उन पर प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करता है.