नई दिल्ली: लॉकडाउन के दौरान दिल्ली के बॉर्डर इलाकों में शराब तस्करी के लिए तस्करों द्वारा अलग-अलग स्टाइल अपनाए गए, जिसमें कभी एंबुलेंस, कभी सब्जी की रेहड़ी तो कभी कूड़ा उठाने वाली गाड़ी को शराब तस्करी का जरिया बनाया गया.
इस बारे में जानकारी देते हुए आउटर जिले के एडिशनल डीसीपी सुधांशु धामा ने बताया कि ऐसे मामलों को देखते हुए बॉर्डर इलाकों पर तैनात रहने वाले पुलिस स्टाफ की ब्रीफिंग भी इस तरह से की जा रही है कि वो शराब तस्करी के लिए अपनाए जाने वाले जरूरत से ज्यादा एडवांस तरीकों को समझें और तस्करों के इरादों को नाकाम कर सकें.
एडिशनल डीसीपी ने बताया कि इसी इंटेलिजेंस पर काम करते ही हुए एएसआई रमेश और कॉन्स्टेबल हरीश ने यीशु नाम के एक युवक को पकड़ा जो भीषण गर्मी में जैकेट पहन कर जा रहा था तो पुलिस को इस पर शक हुआ और उसे रोककर कड़ी पूछताछ की गई. जिसके बाद पुलिस ने देखा कि युवक ने जैकेट में 100 क्वार्टर शराब टेप से बांधे हुए थे.
कूड़ा उठाने वाली गाड़ी से 18 पेटी शराब
ठीक इसी तरह टिकरी बॉर्डर से भी एक मामला सामने आया जहां, हेड कॉन्स्टेबल सुनील और कॉन्स्टेबल संजय ने जगमोहन शाह नाम के एक तस्कर को पकड़ा जो कूड़े के रिक्शे में शराब की पेटियां भरकर ले जा रहा था. पुलिस को उस पर तब शक हुआ जब उसने पुलिस को देखते ही रिक्शे की स्पीड बढ़ा दी और बार-बार पीछे मुड़ कर देखने लगा.
इस पर पुलिस को दाल में कुछ काला नजर आया, जिसके बाद रिक्शा रोककर उसकी तलाशी ली गई तो पुलिस ने पाया कि रिक्शा में 18 पेटी शराब छुपा कर ले जाई जा रही थी.
कई मामलों का हुआ है खुलासा
एडिशनल डीसीपी ने आगे बताया कि इसी तरह के अलग-अलग तरीकों का खुलासा करते हुए पुलिस टीम ने एंबुलेंस और सब्जी की रेहड़ी में भी शराब तस्करी के मामलों का खुलासा किया है और कई तस्करों के इरादों को नाकाम किया है. ठीक इसी तरह पुलिस आगे भी शराब तस्करों के हर एक नए इरादे पर पानी फेरेगी.