नई दिल्ली : दिल्ली के नए लेफ्टिनेंट गवर्नर विनय कुमार सक्सेना ने आला अफसरों के साथ भाटी माइंस फॉरेस्ट का दौरा किया. दक्षिणी दिल्ली के संजय भाटी माइंस पहुंचे एलजी विनय कुमार सक्सेना ने इलाके की कुदरती व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई हिदायतें दीं. एलजी ने अधिकारियों को देशी पौधों जैसे बांस और फूलों के पौधों के रोपण पर जोर देने के लिए कहा.
उन्होंने कहा कि इससे विभिन्न वनस्पतियों और जीवों के बढ़ने के साथ ही रेवेन्यू भी बढ़ेगा. दौरे के दौरान एलजी को कई छोटे-छोटे गड्ढे भी दिखे, जिनमें वर्षा का थोड़ा जल मौजूद था. करीब 80 फीट गहराई के तालाब के आकार के गड्ढे भी मौजूद थे.
अधिकारियों ने एलजी को बताया कि इन गड्ढों में 4 फीट से ज्यादा पानी नहीं जमा हो पाता है. इस पर उन्होंने इस क्षेत्र के आसपास के उन इलाकों से लिंक करके यहां पर वाटर रिजर्व बढ़ाने के निर्देश दिए. जहां पर लोग जल भराव अथवा बारिश का पानी इधर-उधर जो ओवरफ्लो होते हैं, वो यहां इकठ्ठा हो सके. उन्होंने कहा कि इससे गड्ढे नेचुरल और इको फ्रेंडली वाटर बॉडीज के रूप में विकसित होंगे. सड़कों पर जलभराव से निजात भी मिलेगा और भूमिगत जल का स्तर भी बढ़ेगा.
एलजी ने अधिकारियों को इलाके का सर्वे करने के निर्देश दिए. इससे इन गड्ढों से जलभराव वालों जगहों को जोड़ने में चैनल प्लानिंग में मदद मिलेगी. इसके लिए जिला अधिकारी को आसपास जलभराव वाली जगह की एक हफ्ते में पहचान करने के निर्देश दिए. एलजी ने रिजर्व फॉरेस्ट के 340 एकड़ में हुए अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया. वन विभाग को डेवलप करने का निर्देश रेवेन्यू और वन विभाग को दिया. जिससे भाटी माइंस को पर्यटकों के लिए इको टूरिज्म डेस्टिनेशन में विकसित किया जा सके. उन्होंने इस पर 1 सप्ताह में एक्शन प्लान मांगा है.