नई दिल्ली: नजफगढ़ में खराब सड़कों के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यहां स्थानीय निवासी कूड़े के ढेर से परेशान हैं. लोग कूड़ेदान मे कूड़ा डालने की बजाय सड़क पर कूड़ा डालकर चले जाते हैं. जिसकी वजह से सड़क पर कूड़ा फैल जाता है और ट्रैफिक की समस्या काफी बढ़ जाती है.
नांगलोई चौक से जो सड़क नजफगढ़ के लिए जाती है उस सड़क की हालत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी है कि बरसात के समय कई फीट तक पानी इस सड़क पर भर जाता है.
यहां तक कि इस सड़क पर जो कूड़ेदान है उसके अंदर लोग कूड़ा डालने की बजाय उसके बाहर कूड़ा फेंक कर चले जाते हैं. जिसकी वजह से 250 से 300 मीटर तक कूड़ा कूड़ेदान के बाहर फैल चुका है. जिससे ट्रैफिक की समस्या यहां बहुत ज्यादा बढ़ गई है.
दूसरी सबसे बड़ी समस्या है कि इस क्षेत्र में कोई भी कूड़े की गाड़ी कूड़ा उठाने नहीं आती है . यहां से गाड़ियां कूड़ा उठाकर नहीं ले जाती है. लोगों पैसे इकट्ठा करके कूड़े को यहां से उठाने को मजबूर हैं
ईटीवी भारात की बातचीत
ईटीवी भारत की टीम ने जब लोगों से बातचीत की तो पता चला कि इस सड़क पर रोजाना कोई ना कोई हादसे होते रहते हैं. जिसकी वजह से न सिर्फ लोगों को चोट लगती है बल्कि कई बार लोगों की जान भी जा चुकी है.
इस रोड पर जगह-जगह बड़े गड्ढे हो रखे हैं जिन की गहराई लगभग 5 इंच से एक फुट तक है. बरसात के समय गड्ढों में इतना पानी जमा हो जाता कि पता नहीं लगता कि कहां गुड्डा है और कहां सड़क. स्थानीय लोगों के अनुसार यहां रोज कोई ना कोई एक्सीडेंट होता है. बैटरी रिक्शा पलटते हैं. निगम पार्षद और विधायक भी इस क्षेत्र के लिए कोई काम नहीं करते है और ना ही लोगों की सुनते हैं.
बढ़ रहा है बीमारियों का खतरा
नजफगढ़ रोड की हालत काफी दयनीय स्थिति में पहुंच चुकी है. ना सिर्फ कूड़ा सड़कों पर पड़ा है बल्कि सड़क की हालत भी काफी ज्यादा खराब हो चुकी है. मॉनसून के समय सड़क पर इतना पानी भरा होता है कि डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी खतरनाक बीमारियों के फैलने की आशंका बनी रहती है.