नई दिल्ली/ रांची: हजारीबाग में मॉब लिचिंग के शिकार हुए रूपेश पांडे के परिजनाें से मिलने पहुंचे भाजपा के नेता कपिल मिश्रा (BJP Leader kapil Mishra) को रांची एयरपोर्ट प्रबंधन एवं जिला प्रशासन (Ranchi Airport Management And Administration) के एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया गया. जैसे ही भाजपा और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं को पता चला कि उनके नेता कपिल मिश्रा को बाहर आने से रोक दिया गया है वे बाहर में विरोध करने लगे.
भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ हिंदू संगठन के भी कई कार्यकर्ता एयरपोर्ट पर पहुंचे और उन्होंने जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए विरोध जताया. कार्यकर्ताओं के विरोध जताने के बावजूद कपिल मिश्रा को एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकले दिया गया. रांची एयरपोर्ट पर पहुंचे कार्यकर्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार ने जिस तरह से कपिल मिश्रा को एयरपोर्ट पर रोका है, इससे यह पूरी तरह प्रतीत होता है कि राज्य की सरकार अपनी नाकामयाबियों को छुपाना चाहती है.
रांची एयरपोर्ट से ही दिल्ली लौटे कपिल
एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने देने को लेकर भाजपा नेता कपिल मिश्रा (BJP Leader kapil Mishra) ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सरकार उन्हें रोककर यह संदेश दे रही है कि वह अपराधियों पर लगाम नहीं लगा सकती है. इसलिए जिला प्रशासन ने उन्हें बाहर निकलने से मना कर दिया. एयरपोर्ट के अंदर से अपना संदेश भेजते हुए भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि मृतक रूपेश पांडे के परिजनाें की मदद के लिए 14 लाख रुपए जमा किए गए थे, जो उन्हें उनके परिवार से मिलकर देना था. लेकिन जिस प्रकार से सरकार ने रुपेश पांडे के श्राद्ध कर्म में जाने से रोका है, इससे यह प्रतीत होता है कि यह सरकार पूरी तरह से अपराधियों को संरक्षण दे रही है. वही जिला प्रशासन के निर्देश के बाद भाजपा नेता कपिल मिश्रा एयर इंडिया की फ्लाइट से 1:30 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
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बरही में लागू है धारा 144
रूपेश हत्याकांड के बाद बरही में धारा 144 लागू किया गया है. प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कोई भी व्यक्ति अगर आपसी सौहार्द और शांति भंग करने की कोशिश करेगा तो जिला प्रशासन उससे सख्ती से निपटेगी. बरही अनुमंडल में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए रैप और जैप की छह अतिरिक्त कंपनी के तहत 600 बल प्रतिनियुक्त किए गए हैं.
क्या है पूरा मामला
सरस्वती पूजा के विसर्जन के दिन कथित रूप से दो गुटों के बीच हुई झड़प में रूपेश की मौत हो गई थी. जिसके बाद से पूरे क्षेत्र में तनाव है. दो गुट आपस में पिछले कई दिनों से आमने-सामने हैं. पूरे क्षेत्र में प्रशासन के द्वारा अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है और शांति की अपील भी की जा रही है.