ETV Bharat / city

JNU: स्वामी विवेकानन्द की मूर्ति को अपमानित करने वालों पर होगी कार्रवाई- वाइस चांसलर

JNU में गैर अनावृत स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा को अपमानित करने को लेकर कुलपति प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया है.

jnu vc on defamation of swami vivekanand statue and students protest
author img

By

Published : Nov 14, 2019, 11:14 PM IST

Updated : Nov 14, 2019, 11:30 PM IST

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के एडमिन ब्लॉक में स्थित गैर अनावृत स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा को अपमानित करने को लेकर कुलपति प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया है.

स्वामी विवेकानन्द की मूर्ति को अपमानित करने पर सख्त जेएनयू वीसी


'ये निंदनीय काम सभ्य समाज में स्वीकार नहीं'
उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद युवा पीढ़ी के आदर्श हैं और उन्हें इस तरह से अपमानित करने की छात्रों की कोशिश को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा. कुलपति ने स्पष्ट किया है कि जेएनयू प्रशासन सख्ती से उन छात्रों पर कार्रवाई करेगा जो जेएनयू परिसर में अशांति फैला रहे हैं . इस तरह का अमर्यादित कार्य कर रहे हैं.

jnu vc on defamation of swami vivekanand statue and students protest
जेएनयू वीसी के ऑफिस के बाहर लिखी विवादित टिप्पणी


वहीं कुलपति ने साफ तौर पर कहा है कि जिसने भी विश्वविद्यालय की संपत्ति को क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया है. उसके खिलाफ न केवल पुलिस एफआईआर की जाएगी बल्कि विश्वविद्यालय नियम के तहत सख्त से सख्त कार्रवाई भी की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस तरह का निंदनीय कार्य सभ्य समाज में स्वीकार नहीं किया जा सकता है.

jnu vc on defamation of swami vivekanand statue and students protest
जेएनयू के प्रदर्शनकारी छात्र


'प्रशासन बात नहीं करता, ये अफवाह है'
वहीं हॉस्टल मैनुअल और बढ़ी हुई फीस को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों के जेएनयू प्रशासन पर लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए कुलपति प्रो. एम जगदीश कुमार ने कहा कि अगर छात्र शांतिपूर्ण वार्ता के लिए तैयार हैं. तो जेएनयू प्रशासन उसके लिए हमेशा तैयार है. लेकिन जब भी छात्रों से बात करने की कोशिश की गई. तो कुछ ऐसे शरारती तत्व जिनका बातचीत से कुछ लेना-देना नहीं है. जबरन मीटिंग में घुसकर शिक्षकों को अपमानित करते हैं. उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हैं. जिससे मीटिंग बिना किसी निष्कर्ष के पारित हो जाती है.

वहीं जेएनयू के कुलपति ने कहा कि छात्रों का यह कहना कि जेएनयू प्रशासन छात्रों से बात करने को तैयार नहीं वह पूरी तरह से अफवाह और झूठ है. इसके जरिए प्रशासन को केवल बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के एडमिन ब्लॉक में स्थित गैर अनावृत स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा को अपमानित करने को लेकर कुलपति प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया है.

स्वामी विवेकानन्द की मूर्ति को अपमानित करने पर सख्त जेएनयू वीसी


'ये निंदनीय काम सभ्य समाज में स्वीकार नहीं'
उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद युवा पीढ़ी के आदर्श हैं और उन्हें इस तरह से अपमानित करने की छात्रों की कोशिश को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा. कुलपति ने स्पष्ट किया है कि जेएनयू प्रशासन सख्ती से उन छात्रों पर कार्रवाई करेगा जो जेएनयू परिसर में अशांति फैला रहे हैं . इस तरह का अमर्यादित कार्य कर रहे हैं.

jnu vc on defamation of swami vivekanand statue and students protest
जेएनयू वीसी के ऑफिस के बाहर लिखी विवादित टिप्पणी


वहीं कुलपति ने साफ तौर पर कहा है कि जिसने भी विश्वविद्यालय की संपत्ति को क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया है. उसके खिलाफ न केवल पुलिस एफआईआर की जाएगी बल्कि विश्वविद्यालय नियम के तहत सख्त से सख्त कार्रवाई भी की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस तरह का निंदनीय कार्य सभ्य समाज में स्वीकार नहीं किया जा सकता है.

jnu vc on defamation of swami vivekanand statue and students protest
जेएनयू के प्रदर्शनकारी छात्र


'प्रशासन बात नहीं करता, ये अफवाह है'
वहीं हॉस्टल मैनुअल और बढ़ी हुई फीस को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों के जेएनयू प्रशासन पर लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए कुलपति प्रो. एम जगदीश कुमार ने कहा कि अगर छात्र शांतिपूर्ण वार्ता के लिए तैयार हैं. तो जेएनयू प्रशासन उसके लिए हमेशा तैयार है. लेकिन जब भी छात्रों से बात करने की कोशिश की गई. तो कुछ ऐसे शरारती तत्व जिनका बातचीत से कुछ लेना-देना नहीं है. जबरन मीटिंग में घुसकर शिक्षकों को अपमानित करते हैं. उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हैं. जिससे मीटिंग बिना किसी निष्कर्ष के पारित हो जाती है.

वहीं जेएनयू के कुलपति ने कहा कि छात्रों का यह कहना कि जेएनयू प्रशासन छात्रों से बात करने को तैयार नहीं वह पूरी तरह से अफवाह और झूठ है. इसके जरिए प्रशासन को केवल बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.

Intro:नई दिल्ली ।

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के एडमिन ब्लॉक में स्थित गैर अनावृत स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने को लेकर कुलपति प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद युवा पीढ़ी के आदर्श हैं और उन्हें इस तरह से अपमानित करने की छात्रों की कोशिश को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा. कुलपति ने स्पष्ट किया है कि जेएनयू प्रशासन सख्ती से उन छात्रों पर कार्रवाई करेगा जो जेएनयू परिसर में अशांति फैला रहे हैं और इस तरह का अमर्यादित कार्य कर रहे हैं. वहीं कुलपति ने साफ तौर पर कहा है कि जिसने भी विश्वविद्यालय की संपत्ति को क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया है उसके खिलाफ न केवल पुलिस एफआईआर की जाएगी बल्कि विश्वविद्यालय नियम के तहत सख्त से सख्त कार्रवाई भी की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस तरह का निंदनीय कार्य सभ्य समाज में स्वीकार नहीं किया जा सकता है.


Body:वहीं हॉस्टल मैनुअल और बढ़ी हुई फीस को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों द्वारा जेएनयू प्रशासन पर लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए कुलपति प्रो एम जगदीश कुमार ने कहा कि अगर छात्र शांतिपूर्ण वार्ता के लिए तैयार हैं तो जेएनयू प्रशासन उसके लिए हमेशा तैयार है. लेकिन जब भी छात्रों से बात करने की कोशिश की गई तो कुछ ऐसे शरारती तत्व जिनका बातचीत से कुछ लेना-देना नहीं है जबरन मीटिंग में घुसकर शिक्षकों को अपमानित करते हैं. उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हैं जिससे मीटिंग बिना किसी निष्कर्ष के पारित हो जाती है. वहीं जेएनयू के कुलपति ने कहा कि छात्रों द्वारा यह कहा जाना कि जेएनयू प्रशासन छात्रों से बात करने को तैयार नहीं वह पूरी तरह से अफवाह और झूठ है इसके जरिए प्रशासन को केवल बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.


Conclusion:बता दें कि कुछ प्रदर्शनकारी छात्रों ने गैर अनावृत स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर अमर्यादित आपत्तिजनक भाषा लिख दी थी और प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने की भी कोशिश की गई थी. वहीं देर शाम एबीवीपी ने इसके विरोध में प्रतिमा स्थल पर दीप प्रज्वलित किया था.
Last Updated : Nov 14, 2019, 11:30 PM IST

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.