नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के एडमिन ब्लॉक में स्थित गैर अनावृत स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा को अपमानित करने को लेकर कुलपति प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया है.
'ये निंदनीय काम सभ्य समाज में स्वीकार नहीं'
उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद युवा पीढ़ी के आदर्श हैं और उन्हें इस तरह से अपमानित करने की छात्रों की कोशिश को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा. कुलपति ने स्पष्ट किया है कि जेएनयू प्रशासन सख्ती से उन छात्रों पर कार्रवाई करेगा जो जेएनयू परिसर में अशांति फैला रहे हैं . इस तरह का अमर्यादित कार्य कर रहे हैं.
वहीं कुलपति ने साफ तौर पर कहा है कि जिसने भी विश्वविद्यालय की संपत्ति को क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया है. उसके खिलाफ न केवल पुलिस एफआईआर की जाएगी बल्कि विश्वविद्यालय नियम के तहत सख्त से सख्त कार्रवाई भी की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस तरह का निंदनीय कार्य सभ्य समाज में स्वीकार नहीं किया जा सकता है.
'प्रशासन बात नहीं करता, ये अफवाह है'
वहीं हॉस्टल मैनुअल और बढ़ी हुई फीस को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों के जेएनयू प्रशासन पर लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए कुलपति प्रो. एम जगदीश कुमार ने कहा कि अगर छात्र शांतिपूर्ण वार्ता के लिए तैयार हैं. तो जेएनयू प्रशासन उसके लिए हमेशा तैयार है. लेकिन जब भी छात्रों से बात करने की कोशिश की गई. तो कुछ ऐसे शरारती तत्व जिनका बातचीत से कुछ लेना-देना नहीं है. जबरन मीटिंग में घुसकर शिक्षकों को अपमानित करते हैं. उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हैं. जिससे मीटिंग बिना किसी निष्कर्ष के पारित हो जाती है.
वहीं जेएनयू के कुलपति ने कहा कि छात्रों का यह कहना कि जेएनयू प्रशासन छात्रों से बात करने को तैयार नहीं वह पूरी तरह से अफवाह और झूठ है. इसके जरिए प्रशासन को केवल बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.