नई दिल्ली : राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार और विकास को गति प्रदान करने की दिशा में सीमा सुरक्षा बल द्वारा किए गए प्रयासों के मान्यतास्वरूप, बल मुख्यालय परिसर, नई दिल्ली में ‘हिंदी दिवस‘ समारोह का आयोजन किया गया. सीमा सुरक्षा बल देश की अंर्तराष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा के उद्देश्य से गठित विश्व का सबसे बड़ा सीमा रक्षक बल है, जिसमें देश के भिन्न-भिन्न भाषायी राज्यों से आए जवान एक संपर्क सूत्र में रहकर देश की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं की रक्षा करते हैं. हिंदी इन सबके बीच बोलचाल का प्रमुख माध्यम है.
इस मौके पर सीमा सुरक्षा बल द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयाेजन किया गया, जिसमें ड्राफ्टिंग, निबंध लेखन, हिंदी प्रश्नोत्तरी, अनुवाद इत्यादि का आयोजन किया गया था. विजेता प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया गया.
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विजेताओं को पुरस्कृत करने के पश्चात महानिदेशक सीमा सुरक्षा बल ने अपने संबोधन में हिंदी के आधिकाधिक उपयोग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बल के सभी स्तर पर हिंदी के आधिकाधिक उपयोग की अपील की.
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हिंदी को संविधान सभा द्वारा 14 सितंबर 1949 को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया. उसके बाद विद्वानजनों के प्रयासों व राष्ट्र में बढ़ते हिंदी के महत्व ने आज इसे विश्वभाषा बनने की ओर अग्रसर कर दिया है.