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पब्लिक पूछती है! बल्लीमारान की सड़कों की हालत है पस्त - ballimaran constituency

उर्दू के मशहूर शायर मिर्जा गालिब की यादें इस विधानसभा क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं. मिर्जा गालिब बल्लीमारान से तालुकात रखते थे और उनके नाम की यहां पर गालिब हवेली भी अभी भी मौजूद है. ऐसे में यह विधानसभा क्षेत्र काफी ऐतिहासिक मानी जाती है. साथ ही यह पर्यटन स्थल के रूप में भी महत्वपूर्ण है.

पब्लिक पूछती है!
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Published : Nov 23, 2019, 9:21 PM IST

Updated : Nov 23, 2019, 11:58 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव करीब आ चुके हैं. इस बाबत ईटीवी भारत हर विधानसभा तक पहुंचकर ग्राउंड जीरो तक कितने काम हुए हैं. इसकी जानकारी आप तक पहुंचा रहा है. इसी कड़ी में ईटीवी भारत की टीम बल्लीमारान विधान सभा क्षेत्र में पहुंची. जहां पर लोगों की मिली-जुली राय सामने आई है. जहां एक ओर लोग टूटी- फूटी सड़क, जर्जर तारों का जंजाल से परेशान है, तो वहीं कुछ लोग आम आदमी पार्टी के विधायक द्वारा कराए गए कार्यों से खुश हैं.

पब्लिक पूछती है!

उर्दू शायर मिर्जा गालिब की यादों से जुड़ी है बल्लीमारन विधानसभा

आपको बता दें कि उर्दू के मशहूर शायर मिर्जा गालिब की यादें इस विधानसभा क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं. मिर्जा गालिब बल्लीमारान से तालुकात रखते थे और उनके नाम की यहां पर गालिब हवेली भी अभी भी मौजूद है. ऐसे में यह विधानसभा क्षेत्र काफी ऐतिहासिक मानी जाती है. साथ ही यह पर्यटन स्थल के रूप में भी महत्वपूर्ण है.

क्या है राजनीतिक समीकरण

बल्लीमारान विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता एक लाख 40 हजार 776 है. जिसमें 78 हजार 777 पुरुष मतदाता है, तो वहीं दूसरी ओर 61992 महिला मतदाता है. राजनीतिक समीकरण की बात करें तो यहां पर 1993 कांग्रेस एक तरफ़ा जीत रही है. इसे कांग्रेस का गढ़ माना जाता है.यहां पर हारून यूसुफ पांच बार विधायक रह चुके हैं. लेकिन आखिरी बार हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी से इमरान हुसैन विधायक बने जिन्होंने 57118 वोट से जीत हासिल की थी.क्या है ग्राउंड जीरो रिपोर्ट

आपको बता दें कि बल्लीमारान विधान सभा क्षेत्र में अमरपुरी, बस्ती हरफूल सिंह, बल्लीमारान बाजार, ईदगाह रोड, जोगीवाला प्रेमनगर, कुतुब रोड, एमएम रोड सहित कई इलाके शामिल है.यह बेहद घनी आबादी वाला क्षेत्र है. इस बाबत हम बल्लीमारान के अलग-अलग इलाकों में पहुंचे जहां पर लोगों ने अपनी खुलकर समस्याएं बताई. एक ओर जहां लोगों ने पानी, सड़क,बिजली के तारों का जंजाल जैसी मूलभूत सुविधाए न होने के दावे किए तो वहीं दूसरी ओर कुछ इलाकों में लोगों ने इमरान हुसैन के कामों की तारीफ की. हालांकि जमीनी स्तर पर जिस तरीके से सड़कों की हालत देखने को मिली उससे यह कहा जा सकता है कि अभी भी बल्लीमारान क्षेत्र में लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही है.इस बाबत लोगों में काफी गुस्सा भी है.

ground report from ballimaran constituency before delhi assembly election
मशहूर शायर मिर्जा गालिब

लोगों ने कहा विधायक के चक्कर काट काट कर हो गए परेशान

आपको बता दें कि बल्लीमारान विधान सभा क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में जहां समस्याएं भी ली वहां पर लोगों का कहना है कि हम कई बार विधायक इमरान हुसैन को शिकायत देने के लिए उनके दफ्तर पर गए लेकिन वे कई बार नहीं मिले ऐसे में यह साफ तौर पर देखा जा सकता है कि पिछले पांच साल में आम आदमी पार्टी के विधायक ने जमीनी स्तर पर काम नहीं किया है.फिलहाल बल्लीमारान विधान सभा जिसे मिर्जा गालिब की यादों से जोड़कर देखा जाता है तो वहां पर आज भी लोग मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहे हैं.देखने वाली बात होगी कि पिछले पांच साल के काम के बाद आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आम जनता क्या फैसला देती है.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव करीब आ चुके हैं. इस बाबत ईटीवी भारत हर विधानसभा तक पहुंचकर ग्राउंड जीरो तक कितने काम हुए हैं. इसकी जानकारी आप तक पहुंचा रहा है. इसी कड़ी में ईटीवी भारत की टीम बल्लीमारान विधान सभा क्षेत्र में पहुंची. जहां पर लोगों की मिली-जुली राय सामने आई है. जहां एक ओर लोग टूटी- फूटी सड़क, जर्जर तारों का जंजाल से परेशान है, तो वहीं कुछ लोग आम आदमी पार्टी के विधायक द्वारा कराए गए कार्यों से खुश हैं.

पब्लिक पूछती है!

उर्दू शायर मिर्जा गालिब की यादों से जुड़ी है बल्लीमारन विधानसभा

आपको बता दें कि उर्दू के मशहूर शायर मिर्जा गालिब की यादें इस विधानसभा क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं. मिर्जा गालिब बल्लीमारान से तालुकात रखते थे और उनके नाम की यहां पर गालिब हवेली भी अभी भी मौजूद है. ऐसे में यह विधानसभा क्षेत्र काफी ऐतिहासिक मानी जाती है. साथ ही यह पर्यटन स्थल के रूप में भी महत्वपूर्ण है.

क्या है राजनीतिक समीकरण

बल्लीमारान विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता एक लाख 40 हजार 776 है. जिसमें 78 हजार 777 पुरुष मतदाता है, तो वहीं दूसरी ओर 61992 महिला मतदाता है. राजनीतिक समीकरण की बात करें तो यहां पर 1993 कांग्रेस एक तरफ़ा जीत रही है. इसे कांग्रेस का गढ़ माना जाता है.यहां पर हारून यूसुफ पांच बार विधायक रह चुके हैं. लेकिन आखिरी बार हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी से इमरान हुसैन विधायक बने जिन्होंने 57118 वोट से जीत हासिल की थी.क्या है ग्राउंड जीरो रिपोर्ट

आपको बता दें कि बल्लीमारान विधान सभा क्षेत्र में अमरपुरी, बस्ती हरफूल सिंह, बल्लीमारान बाजार, ईदगाह रोड, जोगीवाला प्रेमनगर, कुतुब रोड, एमएम रोड सहित कई इलाके शामिल है.यह बेहद घनी आबादी वाला क्षेत्र है. इस बाबत हम बल्लीमारान के अलग-अलग इलाकों में पहुंचे जहां पर लोगों ने अपनी खुलकर समस्याएं बताई. एक ओर जहां लोगों ने पानी, सड़क,बिजली के तारों का जंजाल जैसी मूलभूत सुविधाए न होने के दावे किए तो वहीं दूसरी ओर कुछ इलाकों में लोगों ने इमरान हुसैन के कामों की तारीफ की. हालांकि जमीनी स्तर पर जिस तरीके से सड़कों की हालत देखने को मिली उससे यह कहा जा सकता है कि अभी भी बल्लीमारान क्षेत्र में लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही है.इस बाबत लोगों में काफी गुस्सा भी है.

ground report from ballimaran constituency before delhi assembly election
मशहूर शायर मिर्जा गालिब

लोगों ने कहा विधायक के चक्कर काट काट कर हो गए परेशान

आपको बता दें कि बल्लीमारान विधान सभा क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में जहां समस्याएं भी ली वहां पर लोगों का कहना है कि हम कई बार विधायक इमरान हुसैन को शिकायत देने के लिए उनके दफ्तर पर गए लेकिन वे कई बार नहीं मिले ऐसे में यह साफ तौर पर देखा जा सकता है कि पिछले पांच साल में आम आदमी पार्टी के विधायक ने जमीनी स्तर पर काम नहीं किया है.फिलहाल बल्लीमारान विधान सभा जिसे मिर्जा गालिब की यादों से जोड़कर देखा जाता है तो वहां पर आज भी लोग मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहे हैं.देखने वाली बात होगी कि पिछले पांच साल के काम के बाद आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आम जनता क्या फैसला देती है.

Intro:ग्राउंड ज़ीरो: बल्लीमारन की सड़कों की हालत है पस्त, लेकिन कई जगह लोग है काम से खुश

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव करीब आ चुके हैं.इस बाबत ईटीवी भारत हर विधानसभा तक पहुंचकर ग्राउंड जीरो तक कितने काम हुए हैं, इसकी जानकारी आप तक पहुंचा रहा है.इसी कड़ी में आज हम बल्लीमारान विधान सभा क्षेत्र में पहुंचे हैं. जहां पर लोगों की मिली-जुली राय सामने आई है.जहां एक ओर लोग टूटी- फूटी सड़क, जर्जर तारों का जंजाल से परेशान है, तो वहीं कुछ लोग आम आदमी पार्टी के विधायक द्वारा कराए गए कार्यों से खुश हैं.


Body:उर्दू शायर मिर्जा गालिब की यादों से जुड़ी है बल्लीमारन विधानसभा
आपको बता दें कि उर्दू के मशहूर शायर मिर्जा गालिब की यादें इस विधानसभा क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं. मिर्जा गालिब बल्लीमारान से तालुकात रखते थे और उनके नाम की यहां पर ग़ालिब हवेली भी अभी भी मौजूद है. ऐसे में यह विधानसभा क्षेत्र काफी ऐतिहासिक मानी जाती है. साथ ही यह पर्यटन स्थल के रूप में भी महत्वपूर्ण है.


क्या है राजनीतिक समीकरण
बल्लीमारान विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता एक लाख 40 हजार 776 है. जिसमें 78 हजार 777 पुरुष मतदाता है, तो वहीं दूसरी ओर 61992 महिला मतदाता है. राजनीतिक समीकरण की बात करें तो यहां पर 1993 कांग्रेस एक तरफ़ा जीत रही है.इसे कांग्रेस का गढ़ माना जाता है.यहां पर हारून यूसुफ पांच बार विधायक रह चुके हैं. लेकिन आखिरी बार हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी से इमरान हुसैन विधायक बने जिन्होंने 57118 वोट से जीत हासिल की थी.


क्या है ग्राउंड जीरो रिपोर्ट
आपको बता दें कि बल्लीमारान विधान सभा क्षेत्र में अमरपुरी, बस्ती हरफूल सिंह, बल्लीमारान बाजार, ईदगाह रोड, जोगीवाला प्रेमनगर, कुतुब रोड, एमएम रोड सहित कई इलाके शामिल है.यह बेहद घनी आबादी वाला क्षेत्र है. इस बाबत हम बल्लीमारान के अलग-अलग इलाकों में पहुंचे जहां पर लोगों ने अपनी खुलकर समस्याएं बताई. एक ओर जहां लोगों ने पानी, सड़क,बिजली के तारों का जंजाल जैसी मूलभूत सुविधाए न होने के दावे किए तो वहीं दूसरी ओर कुछ इलाकों में लोगों ने इमरान हुसैन के कामों की तारीफ की. हालांकि जमीनी स्तर पर जिस तरीके से सड़कों की हालत देखने को मिली उससे यह कहा जा सकता है कि अभी भी बल्लीमारान क्षेत्र में लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही है.इस बाबत लोगों में काफी गुस्सा भी है.


लोगों ने कहा विधायक के चक्कर काट काट कर हो गए परेशान
आपको बता दें कि बल्लीमारान विधान सभा क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में जहां समस्याएं भी ली वहां पर लोगों का कहना है कि हम कई बार विधायक इमरान हुसैन को शिकायत देने के लिए उनके दफ्तर पर गए लेकिन वे कई बार नहीं मिले ऐसे में यह साफ तौर पर देखा जा सकता है कि पिछले पांच साल में आम आदमी पार्टी के विधायक ने जमीनी स्तर पर काम नहीं किया है.


Conclusion:फिलहाल बल्लीमारान विधान सभा जिसे मिर्जा गालिब की यादों से जोड़कर देखा जाता है तो वहां पर आज भी लोग मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहे हैं.देखने वाली बात होगी कि पिछले पांच साल के काम के बाद आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आम जनता क्या फैसला देती है.
Last Updated : Nov 23, 2019, 11:58 PM IST
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