नई दिल्ली: पूर्व विधायक आदर्श शास्त्री ने ऑक्सीजन की कमी के कुप्रबंधन के लिए दिल्ली सरकार को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि केजरीवाल के झूठ, अक्षमता व मौकापरस्त होने का नतीजा है कि आज दिल्ली को भयावह हालत का सामना करना पड़ रहा है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस कोविड महामारी की लहर में राष्ट्रीय राजधानी को घुटनों पर ला खड़ा कर दिया है.
ये भी पढ़ेंः बची हैं 5-6 दिन की वैक्सीन, हर महीने 80-85 लाख डोज की जरूरत: सीएम केजरीवाल
डिजिटल प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता आदर्श शास्त्री ने कहा कि केजरीवाल के कुप्रबंधन के कारण और ऑक्सीजन की जमाखोरी-कालाबाजारी को रोकने के बदले उसे समर्थन करने के कारण, हजारों कोविड रोगियों की सांस के लिए हांफते हुए मृत्यु हो गई. गंभीर रूप से बीमार कई लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिल सकी. अस्पतालों में बिस्तर नहीं थे और मरीज न ही घर में ऑक्सीजन की आपूर्ति का अलग प्रबंध कर सकते थे. आदर्श शास्त्री ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल जरूरी योजना और समन्वय की कमी के कारण ऑक्सीजन संकट को दूर करने में विफल रहे हैं. उन्होंने सरकार की विफलताओं और अक्षमताओं को छिपाने के लिए बार-बार झूठ का सहारा लिया. उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन संकट मांग-आपूर्ति के अंतर का सवाल नहीं था, जिसमें सीएम अरविंद का दावा है कि शहर को 976 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता थी, लेकिन आपूर्ति केवल 500 मीट्रिक टन के आसपास है. उन्होंने कहा कि समन्वय, सूचना, प्रबंधन, बुनियादी ढांचे की कमी इसकी प्रमुख वजह थे.
शास्त्री ने कहा कि दिल्ली सरकार के झूठ को दिल्ली उच्च न्यायालय के इस तथ्य से समझा जा सकता है, जब उन्होंने कहा कि राजधानी में स्वास्थ्य का बुनियादी ढांचा जर्जर था. उन्होंने कहा कि दिल्ली की 2 करोड़ से अधिक की आबादी के लिए न्यूनतम 60,000 कोविड बिस्तरों की आवश्यकता की जगह अरविंद सरकार ने पिछले एक वर्ष में केवल 20,000 कोविड बिस्तरों की व्यवस्था की, जो तेजी से फैल रहे संक्रमण से निपटने में असक्षम है.